पिछले 10 दिनों में 4 किसानों की फ़सल बेचने के इंतज़ार में व 2 ने कर्ज़ के बोझ से जान दे दी. लेकिन किसान पुत्र मुखिया व उनकी सरकार, उनके व उनके परिवारों के बीच पहुंचने की बजाय, आज भी सम्मेलन, आयोजन व घोषणाओं में व्यस्त हैं. कांग्रेस पर अराजकता फैलाने व माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाने वाले शिवराज, यह जान लें कि ख़ुद उनकी सरकार ही किसानों को धमकाकर, बॉन्ड भरवाकर, नोटिस देकर, प्रतिबंधित धाराएं लगाकर, प्रदेश का शांतिपूर्ण वातावरण बिगाड़कर, अराजकता फैलाने व माहौल बिगाड़ने का कार्य जानबूझकर कर रही है.