उत्तर प्रदेश के मऊ का कोतवाली बाजार इलाका जहां एक सपेरा अपनी दो जून की रोटी कमाने के लिए सांप का खेल दिखा रहा है लेकिन ये खेल इस सपेरे की जान पर भारी पड़ गया, आप देखिए रोज की तरह सपेरे ने इस अज़गर को अपने गले में लपेटा, सपेरे के लिए तो ये बाए हाथ का खेल था लेकिन आज इस अजगर ने कुछ और तय कर रखा था, अजगर ने सपेरे की गरदन को कसना शुरु कर दिया, धीरे धीरे अजगर गरदन पर दबाव बढ़ाता जा रहा था उधर सपेरे के इस खेल को देख रहे लोग यही समझ रहे थे कि सपेरा रोज की तरह तमाशा दिखा रहा है इसके बाद क्या हुआ.....?? क्या सपेरे को अजगर के चंगुल से बचाया जा सका...?? या फिर इस अजगर ने अपने ही शिकारी का शिकार कर लिया..??