Chhath Puja Prasad: आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत 28 अक्टूबर से नहाय-खाय के साथ हो चुकी है. चार दिवसीय यह पर्व 31 अक्टूबर तक चलेगा. इस दौरान कई तरह के प्रसाद तैयार किए जाते हैं. इनमें ठेकुआ, गन्ना, चकोतरा, चावल के लड्डू, केला शामिल होते हैं. ये प्रसाद पौष्टिक पदार्थों से भरे होते हैं और बदलते मौसम में शरीर को सेहतमंद रखते हैं. इसमें शामिल हर चीज सुपरफूड है.
ठेकुआ बनाने के लिए आटा, गुड़ और घी का इस्तेमाल किया जाता है. यह तीनों बदलते मौसम के प्रभाव कम करती है. ठेकुआ खाने से शरीर ठंड के मौसम में गर्म रहता है और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है.
छठ पूजा में प्रसाद के रूप में नारियल को भी शामिल किया जाता है. नारियल से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. यह शरीर में पानी की कमी को दूर करता है. इससे स्किन संबंधी बीमारियों से मुक्ति मिलती है.
सुथनी में फाइबर और प्रोटीन के साथ कई सारे विटामिन व मिनरल्स मौजूद होते हैं. इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और अस्थमा के रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद है. इससे अस्थमा लक्षण को कम करने में मदद मिलती है.
केले में पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, विटामिन बी6 और आयरन पाया जाता है. इससे शरीर के मसल्स मजबूत बनते हैं और बच्चों के शारीरिक विकास में भी काफी सहायक होता है.
डाभ नींबू, जिसको चकोतरा भी कहा जाता है, यह फल विटामिन-सी से भरपूर है. इसके सेवन से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती और विभिन्न तरह के संक्रमणों से भी बचाव होता है. यह स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है.
सिंघाड़ा शरीर के लिए कई तरह से फायदेमं है. इससे शरीर हाइड्रेट रहता है. वहीं, सिंघाड़े से पाचन तंत्र मजबूत होता है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है. इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद करता है.
छठ पूजा में गन्ने को भी प्रसाद में शामिल किया जाता है. इसका सेवन सर्दियों में काफी अच्छा माना जाता है. इससे गैस की समस्या कम होती है. वहीं, इसको खाने से दांत और मसूड़े मजबूत बनते हैं.
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