Taiwan में जूडो मैच में 7 साल के बच्‍चे को 27 बार पटका जमीन पर, बाल शोषण पर छिड़ी बहस
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Taiwan में जूडो मैच में 7 साल के बच्‍चे को 27 बार पटका जमीन पर, बाल शोषण पर छिड़ी बहस

बच्‍चों को शारीरिक दंड देने और सख्‍त प्रशिक्षण देने की संस्‍कृति के नाम पर एक बच्‍चे के बुरी तरह घायल होने का मामला सामने आया है. ताईवान में जूडो सीख रहे बच्‍चे को 27 बार जमीन पर पटका गया, जिससे वह कोमा में चला गया है. 

जूडो प्रैक्टिस सेशन में भाग लेते बच्‍चे (रायटर्स)

ताईपेई: ताईवान में एक अजीब किस्‍म का मामला सामने आया है, यहां जूडो का एक स्‍टूडेंट एक मैच हारने के बाद अब अपनी जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा है. दरअसल, इस 7 साल के बच्‍चे को मैच में उससे बड़े लड़के ने 27 बार जमीन पर पटका, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया है. चौंकाने वाली बात ये भी है कि वेईवेई नाम के इस बच्‍चे के घायल होने के बाद भी उसका कोच लगातार उसे फिर से खड़ा होने का आदेश देता रहा और बड़े लड़के को इस बच्‍चे को पटखनी देने के लिए कहता रहा. 

  1. ताईवान में बाल शोषण का मामला 
  2. जूडो सीख रहे बच्‍चे को 27 बार जमीन पर पटका 
  3. कोमा में पहुंचा मासूम बच्‍चा 

जिद करके जूडो क्‍लास की थी जॉइन 

खेलों के प्रति अपने जुनून के चलते इस बच्‍चे ने अप्रैल में ही अपने परिवार से मान-मनौव्‍वल करके जूडो क्‍लास जॉइन की थी. लेकिन 2 हफ्ते की प्रैक्टिस के बाद ही बच्‍चे को अपने सीनियर के साथ फाइट करने के लिए कहा गया. इसमें उसके सीनियर ने उसे 27 बार फर्श पर पटका. जबकि वेईवेई ने साफ तौर पर कहा कि उसे बहुत दर्द हो रहा है, फिर भी उसके कोच ने उसे बार-बार खड़ा होने के लिए कहा और उसके सीनियर को उसे मारने के लिए कहा.  

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अब कोमा में है बच्‍चा 

इस दौरान बच्चे को उल्टी भी हुई, फिर भी यह खतरनाक खेल बंद नहीं किया गया. बाद में बुरी तरह घायल वेईवेई को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उसे गंभीर ब्रेन हेमरेज हुआ है. बच्‍चा इसके बाद से ही कोमा में है.

बाल शोषण पर छिड़ी बहस 

इस घटना के बाद संस्कृति के नाम पर बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने पर बहस छिड़ गई है. वेईवेई की मां ने लोगों से आग्रह किया है कि वे संस्कृति के नाम पर शारीरिक दंड देने और बाल शोषण के बारे में संवाद करें. उन्‍होंने कहा है, 'ताइवान के लोग अभी भी इस मुद्दे को पर्याप्त महत्व नहीं देते हैं और इस पर चुप रहते हैं. जरूरत है कि हम वयस्कों को बच्चों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने के लिए शिक्षित करें. यह काम करने की जिम्‍मेदारी सरकार की भी है.'

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