Israel-Hamas War: पेशे से वकील सौसाना को इजराल पर 7 अक्टूबर को हुए हमले के दौरान हमास के लड़ाकों ने किडनैप किया था. वह पहली बंधक महिला हैं जिन्होंने सार्वजनिक रूप से गाजा में अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न और हिंसा पर बात की.
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Amit Soussana News: इजरायल पर हुए 7 अक्टूबर के हमले में बंदी बनाई गईं अमित सौसाना (Amit Soussana) ने हमास की कैद में बिताए अपने 55 दिनों के डरावने अनुभवों का खुलासा किया है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक वह पहली बंधक महिला हैं जिन्होंने सार्वजनिक रूप से गाजा में अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न और हिंसा पर बात की.
दस लोगों ने घर से किया अपहरण
सौसाना ने कहा कि उसे कम से कम दस लोगों ने उसके घर से किडनैप किया था. इसके बाद उसके साथ भयानक घटनाओं सिलसिला शुरू हो गया. पेशे से वकील सौसाना, को नवंबर 2023 के अंत में बंधकों की अदला-बदली के हिस्से के रूप में रिहा किया गया.
द न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ सौसाना के आठ घंटे के इंटरव्यू में उन्होंने उस मनोवैज्ञानिक और शारीरिक पीड़ा के बारे में बताया जो कि उन्होंने अपने किडनैपर्स के हाथों अनुभव की.
‘जंजरी से बांधकर अकेले रखा’
सौसाना ने बताया कि कई दिनों तक कैद में रहने के बाद उसके गार्ड ने उसकी सेक्स लाइफ के बारे में पूछना शुरू कर दिया.उसने कहा कि उसे एक बच्चे के बेडरूम में अकेले रखा गया था और उसके बाएं टखने में जंजीर बांध दी गई थी.
सौसाना के मुताबिक कि कभी-कभी, गार्ड अंदर आता था, बिस्तर पर उसके पास बैठता था, उनकी शर्ट उठाता था और उन्हें छूता था. उसने बताया कि गार्ड ने बार-बार पूछा कि उसके पीरियड कब आने वाले हैं. जब 18 अक्टूबर के आसपास उसके पीरियड समाप्त हो गए, तो उसने लगभग एक सप्ताह तक खून बहने का बहाना करके गार्ड को टालने की कोशिश की.
‘गार्ड ने मुझ पर हमला किया’
सौसाना ने कहा, 24 अक्टूबर के आसपास, खुद को मुहम्मद बताने वाले गार्ड ने उस पर हमला किया. जब वह अपने कपड़े उतारकर बाथटब में नहाने लगी, तो मुहम्मद वापस लौटा और पिस्तौल लेकर दरवाजे पर खड़ा हो गया.
सौसाना ने याद करते हुए कहा, 'वह मेरी ओर आया और मेरे माथे पर बंदूक तान दी.' जान से मारने की धमकी देकर गार्ड ने उसे अपना तौलिया हटाने के लिए मजबूर किया जिसके बाद, 'मुहम्मद ने उसे टटोला, उसे बाथटब के किनारे पर बैठाया और फिर से पीटा.'
‘सौसाना सभी महिलाओं के लिए बोली है’
मंगलवार को, इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट को लेकर एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सौसाना ‘उन सभी के लिए बोली है जो बोल नहीं सकते. वह हमास के घृणित यौन अपराधों और दुर्व्यवहार के सभी पीड़ितों की तरफ से बोली है. वह सभी महिलाओं के लिए बोली है.’
राष्ट्रपति ने लिखा, 'हमास के क्रूर आतंक की निंदा करने और सभी बंधकों की तत्काल वापसी की मांग करने में अमित और सभी पीड़ितों के साथ खड़ा होना पूरी दुनिया का नैतिक कर्तव्य है.'
होस्टेज फैमिली फोरम का बयान
होस्टेज फैमिली फोरम ने एक बयान में कहा, 'अमित सौसाना की भयावह कैद को लेकर साहसी गवाही हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई दुखद विवरणों में से एक है. अमित एक हीरो हैं. सभी बंधक 172 दिनों तक इस नरक को झेलते रहे. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, हमें इन बहादुर महिलाओं और पुरुषों को घर ले आना चाहिए.'
यूएन रिपोर्ट में हमास पर गंभीर आरोप
सीएनएन के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें संकेत दिया गया था कि बलात्कार और गैंगरेप, यौन हिंसा के अन्य कृत्य संभवतः 7 अक्टूबर के हमास हमले के दौरान हुए. यूएन रिपोर्ट में कहा गया कि ‘स्पष्ट और ठोस’ सबूत थे कि बंधकों के साथ बलात्कार किया गया था. गाजा और जो लोग वर्तमान में बंदी हैं उन्हें अभी भी इस तरह के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है.
हमास के अधिकारी बासेम नईम ने यौन उत्पीड़न की संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का खंडन किया था.
100 लोग अभी भी बंधक
7 अक्टूबर को हमास के हमले में लगभग 1,200 इजरायली मारे गए और 200 से अधिक लोगों का अपहरण कर लिया गया. इसके बाद इजरायल ने गाजा के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी.
माना जाता है कि हमास ने अभी भी लगभग 100 बंधकों को बंधक बना रखा है. जबकि 30 की मौत हो चुकी है. नवंबर में एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान 240 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले में 100 से अधिक बंधकों को मुक्त कर दिया गया था.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों के बाद से गाजा पट्टी में 32,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 74,000 से अधिक घायल हुए हैं. बयान में कहा गया है कि मृतकों में दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं.