सिडनी: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ाव रखने के कारण ऑस्ट्रेलिया ने एक चीनी अरबपति शख्स के निवास स्थान और उनके लौटने पर रोक लगा दी है. अरबपति चीनी हुआंग जिआंगमो ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न दलों को चंदा देने में भी आगे रहे हैं. बताया जाता है कि जिआंगमो ऑस्ट्रेलिया के बाहर फंस गए क्योंकि, गृह मंत्रालय ने उनके स्थायी निवास पर लौटने को लेकर रोक लगा दी है और नागरिकता के आवेदन को भी खारिज कर दिया है. 


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अग्रणी प्रॉपर्टी डेवलपर जिआंगमो ऑस्ट्रेलिया के दोनों मुख्य राजनीतिक दलों को चंदा देने में आगे रहे हैं और पूर्व प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल और विपक्ष के नेता बिल शार्टन सहित कई महत्वपूर्ण नेताओं के साथ उनकी तस्वीरें भी दिखती हैं. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ी संस्था 'यूनाइटेड फ्रंट वर्क डिपार्टमेंट' से कथित जुड़ाव के कारण वह जांच के घेरे में आ गए. यह संस्था विरोध को दबाने और राजनीतिक अहमियत पाने के लिए चीन और चीन के बाहर रसूखदार लोगों, संस्थाओं से संपर्क का काम करती है. 


जिआंगमो के मामले के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने कहा कि वह इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन सरकार परामर्श के आधार पर ही काम करती है. बहरहाल, विदेश मंत्री मेरिसे पेन ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि जिआंगमो के निवास पर रोक लगाने के फैसले से ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है.


उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि यह द्विपक्षीय चर्चा का विषय होगा. इस तरह की घटनाएं होती रहती है.'' ऑस्ट्रेलिया की मुख्य खुफिया एजेंसी ने बहुत पहले चिंता जतायी थी कि चीन ऑस्ट्रेलियाई संस्थाओं में दखल दे रहा है और संपर्क बनाने के लिए राजनीतिक चंदा व्यवस्था का इस्तेमाल कर रहा है. 


(इनपुट भाषा से)