Bangladesh Violence: ढाका में खूनी बवाल पार्ट-2, बांग्लादेश में फिर भड़क उठी हिंसा, कम से कम 50 घायल
Dhaka News Today: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है. सैकड़ों की संख्या में पैरामिलिट्री कर्मचारियों की छात्रों से हिंसक भिड़ंत में कम से कम 50 घायल हुए हैं.
Bangladesh News In Hindi: बांग्लादेश में जनजीवन पटरी पर लौटता दिख ही रहा था कि हिंसा की आग फिर भड़क उठी है. राजधानी ढाका में रविवार की रात छात्रों और प्रदर्शनकारी पैरामिलिट्री कर्मचारियों में खूनी संघर्ष हुआ. 'द डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं.
हिंसक झड़पें रात करीब 9.20 बजे शुरू हुईं. सचिवालय के पास भारी संख्या में छात्र जमा हो गए. उन्हें सूचना मिली थी कि अंसार (एक अर्धसैनिक सहायक बल) के लोगों ने कई स्टूडेंट्स को हिरासत में ले लिया है. छात्रों ने कथित तौर पर स्थायी पदों की मांग को लेकर अंसार के प्रदर्शन को तितर-बितर करने की कोशिश की.
हालात कंट्रोल करने को सेना तैनात
दोनों तरफ से ईंट-पत्थर चले और एक-दूसरे का पीछा किया गया. हालात को काबू करने के लिए पुलिस और सेना के जवानों को तैनात किया गया है. इससे पहले, अंसार के सदस्यों ने अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी से आश्वासन मिलने के बाद अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया था.
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बांग्लादेश में दहशत के बीच मन रही कृष्ण जन्माष्टमी
पड़ोसी देश में हिंदुओं के खिलाफ बने माहौल को देखते हुए श्री कृष्ण जन्माष्टमी बड़े पैमाने पर नहीं मनाई जा रही. हिंदुओं ने कहा कि वे रोड शो नहीं निकालेंगे, न ही डीजे व अन्य संगीत होगा. पंचगढ़ जिले में राधाकृष्ण मंदिर पर हमले की सूचना है.
महीने भर बाद चली ढाका मेट्रो
यात्रियों के लिए बंद रहने के एक महीने बाद रविवार को ढाका मेट्रो ने अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर दीं. दो स्टेशन - मीरपुर 10 और काजीपाड़ा - बंद रहेंगे. हालांकि, ढाका में कारोबार पहले की तरह सामान्य नहीं है. तीन सप्ताह पहले तक राजधानी की सड़कें सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों से भरी हुई थीं. कई सार्वजनिक चौराहों पर आंदोलनकारी जनता मौजूद थी.
सद्दाम की तरह हसीना को फांसी पर लटकाने की तैयारी! बांग्लादेश में क्या होने वाला है
शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन और उनके देश छोड़कर भारत चले जाने के बाद विरोध की लहर कम हो गई है. 8 अगस्त से अंतरिम सरकार अस्तित्व में है, लेकिन ढाका की कई सड़कों पर विद्रोह अब भी देखने को मिलता है.