Digital Citizen: भूटान के क्राउन प्रिंस बने पहले डिजिटल नागरिक, जानें क्या है इनकी उम्र और क्या करते हैं
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Digital Citizen: भूटान के क्राउन प्रिंस बने पहले डिजिटल नागरिक, जानें क्या है इनकी उम्र और क्या करते हैं

Crown Prince: जिग्मे नामग्याल वांगचु का जन्म 5 फरवरी 2016 को हुआ था. जन्म के साथ ही उन्हें क्राउन प्रिंस की उपाधि मिल गई थी. उनके जन्मदिन पर भूटान में एक लाख आठ हजार पौधे लगाए गए थे और सबसे कम उम्र में क्राउन प्रिंस बनने वाले वह पहले शख्स थे.

क्राउन प्रिंस

First digital citizen: भूटान के क्राउन प्रिंस जिग्मे नामग्याल वांगचुक देश के पहले डिजिटल नागरिक बन चुके हैं. इनकी उम्र महज 7 साल की है और वह अपने देश के पहले डिजिटल नागरिक कहलाने लगे हैं. उनकी इस उपलब्धि पर परिवार और सरकार ने भी खुशी जाहिर की है. अब क्राउन प्रिंस की सारी जानकारी डिजिटल में प्राप्त कर सकते हैं. शिक्षा से संबंधित हो या चिकित्सा या उनके लाइफ से संबंधित किसी भी जानकारी का डाटा डिजिटल उपलब्ध होगा. जिग्मे नामग्याल भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और रानी जेटसन पेमा के उत्तराधिकारी और सबसे बड़े बेटे जिग्ने नेशनल डिजिटल आइडेंटिटी मोबाइल वॉलेट पाने वाले पहले नागरिक हैं.

2021 में हुई थी शुरुआत
भूटान ने 2021 में नेशनल डिजिटल आईडेंटिटी प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी. यह एक तरह से भारत के आधार कार्ड की तरीके है. इसमें बच्चों की सारी जानकारी इकट्ठा करके इस पर अपलोड की जाती है. इस डाटा को बायोमेट्रिक के जरिए एक्सेस किया जा सकता है. भूटान के कार्यकारी सचिव जिग्मे तेनजिंग ने स्थानीय मीडिया को बताया था कि सेल्फ सॉवरेन आईडेंटिटी मॉडल के आधार पर भूटान की नेशनल डिजिटल आईडेंटिटी की शुरुआत सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में प्रदान की जाएगी. यह एक सरकार का बड़ा कदम है. इसमें नागरिकों को सिंगल डिजिटल पोर्टल मिलेगा. जहां अलग-अलग जानकारियों को स्टोर करके रखा जा सकता है. यह तकनीकी स्तर सॉवरेन आईडेंटिटी मॉडल पर काम करती है.

नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर
जिसका डाटा इसमें शामिल होगा उनको सरकारी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. भूटान सरकार ने अक्टूबर 2021 में इसकी शुरुआत की थी लेकिन कोविड के कारण यह प्रोजेक्ट वहीं पर रुक गया था. इसके तहत 8 साल और उससे ज्यादा उम्र के सभी नागरिकों का डाटा रखा जाएगा. बायोमैट्रिक डाटा में फेस रिकाग्निशन, फिंगरप्रिंट और पामप्रिंट लिया जा रहा है. सारा डाटा लेने के बाद एक यूनिक डिजिटल आईडेंटिटी दी जाती है. बायोमेट्रिक की मदद से लोग सरकारी सेवाओं का लाभ ऑनलाइन ले सकते हैं.

2017 में पीएम मोदी से की थी मुलाकात
जिग्ने नामग्याल वांगचुक भूटान के प्रिंस है. 2017 में वह अपने परिवार के साथ भारत दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. जिग्मे नामग्याल वांगचु का जन्म 5 फरवरी 2016 को हुआ था. जन्म के साथ ही उन्हें क्राउन प्रिंस की उपाधि मिल गई थी. उनके जन्मदिन पर भूटान में एक लाख आठ हजार पौधे लगाए गए थे और सबसे कम उम्र में क्राउन प्रिंस बनने वाले वह पहले शख्स थे.

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