Canada: पैकेट ही नहीं, अब हर सिगरेट पर स्वास्थ्य चेतावनी लिखेगा कनाडा, ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश
Canada New Law: धूम्रपान को रोकने के लिए कनाडा सरकार ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाया है. वहां की सरकार ने फैसला किया है कि अब तंबाकू प्रोडक्ट के पैकेट पर ही नहीं, बल्कि हर सिगरेट पर भी स्वास्थ्य चेतावनी लिखा रहेगा. ताकि युवा इससे दूर रह सकें.
No Smoking: धूम्रपान के मामले में कनाडा एक बार फिर दुनिया के सामने बड़ा उदाहरण स्थापित करने जा रहा है. इस कड़ी में कनाडा एक-एक सिगरेट पर स्वास्थ्य चेतावनी लिखने वाला दुनिया का पहला देश बनने जा रहा है. दो दशक पहले कनाडा ने ही तंबाकू उत्पादों की पैकेजिंग पर ग्राफिक फोटो और चेतावनी भरे मैसेज लिखने की शुरुआत की थी. इसके बाद दुनिया के कई देशों में ऐसा किया गया.
पैकेट पर लिखे संदेश पर लोग नहीं दे रहे ध्यान
कनाडा की मानसिक स्वास्थ्य और व्यसन मंत्री कैरोलिन बेनेट ने कहा कि, "अभी तंबाकू उत्पादों के पैकेट पर लिखी चेतावनी पर लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं. हमें इस चिंता को दूर करने की आवश्यकता है कि इन संदेशों ने अपनी नवीनता और अपना प्रभाव खो दिया है." उन्होंने कहा कि, "व्यक्तिगत तंबाकू उत्पादों पर स्वास्थ्य चेतावनी जोड़ने से यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि ये आवश्यक संदेश लोगों तक पहुंचे, जिनमें युवा भी शामिल हैं, जो अक्सर सामाजिक परिस्थितियों में पहली बार सिगरेट का उपयोग करते हैं. वह तब पैकेट पर छपी जानकारी को दरकिनार कर देते हैं या उनकी नजर उस पर नहीं पड़ती है."
2023 की दूसरी छमाही में लागू होगा नया नियम
कैरोलिन बेनेट ने बताया कि 2023 की दूसरी छमाही के दौरान इस नए फैसले को लागू करने की योजना बनी है. इसके तहत हम हर सिगरेट पर संदेश लिखेंगे कि "हर कश में ज़हर". इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कनाडा हार्ट एंड स्ट्रोक फाउंडेशन के सीईओ डग रोथ ने कहा, "कनाडा में अब दुनिया में सिगरेट के लिए सबसे मजबूत स्वास्थ्य चेतावनी की व्यवस्था होगी. ये घातक उत्पाद हैं और इन उपायों से धूम्रपान कम करने में मदद मिलेगी."
सभी कर रहे हैं इस फैसले का स्वागत
वहीं कैनेडियन कैंसर सोसायटी के एक वरिष्ठ नीति विश्लेषक रॉब कनिंघम ने कहा कि यह पूरी दुनिया में मिसाल कायम करने जा रहा है. यह ऐसी चेतावनी होगी, जिसे आप आसानी से अनदेखा नहीं कर सकते हैं. यह हर धूम्रपान करने वाले तक पहुंचेगा. अगर कनाडा सांख्यिकी के आंकड़ों की मानें तो 2020 में देश में चार मिलियन से अधिक लोग रोज या कभी-कभार धूम्रपान करने वाले थे.