अब चीन के शोधकर्ताओं ने खतरनाक कोरोना वायरस को लेकर एक दावा किया है. अमेरिका के कोरोना को चीन के वुहान की लैब में बनाए जाने के आरोपों को चीन सख्ती से खारिज करता आया है.
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बीजिंग: अमेरिका (America) लगातार कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर चीन पर हमला बोलता आया है. अमेरिका के कोरोना को चीन के वुहान की लैब में बनाए जाने के आरोपों को चीन सख्ती से खारिज करता आया है. वहीं, अब चीन के शोधकर्ताओं ने खतरनाक कोरोना वायरस को लेकर एक दावा किया है. चीन के रिसर्च का कहना है कि यह घातक कोरोना वायरस वुहान की वेट मार्केट (Wuhan wet market) से नहीं निकला है.
प्रमुख चीनी वीरोलॉजिस्ट, जिनके रहस्यमय ढंग से गायब होने के बाद कोरोनोवायरस के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) से निकलने की अटकलें लगाई गई थीं. अब चीन के एक न्यूज चैनल संग कोरोना वायरस को लेकर इंटरव्यू दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने साइंस का राजनीतिकरण होने पर चिंता भी जाहिर की है.
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चमगादड़ और उनसे जुड़े वायरस के बारे में शोध करने के लिए 'बैट वुमन' के रूप में जानी जाने वाली शि झेंगली ने सोशल मीडिया अकाउंट वीचैट पर कोरोना के वेट मार्केट (Wuhan wet market) से निकलने वाली खबरों का खंडन किया है. बुधवार को, चीनी वैज्ञानिकों ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें कोरोना वायरस के वुहान की सीफूड मार्केट से निकलकर बाद में दुनिया में एक महामारी के रूप में बदलने का दावा किया गया था.
स्टेट रन ग्लोबल टाइम्स डेली में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, शंघाई आधारित रिसर्च ने एक बार फिर से साफ किया है कि कोरोना वायरस की सीफूड मार्केट से निकलने दावे बकवास हैं.
कोरोना वायरस के दुनियाभर में 56 लाख से भी ज्यादा केस अबतक दर्ज किये गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, विश्व में कोरोना के कुल 56.9 लाख मामले हैं, इससे अबतक 3 लाख 56 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि राहत की बात यह है कि कोविड-19 से 23.5 लाख लोग ठीक भी हुए हैं.
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