Ex Prime Minister Gordon Brown: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. गॉर्डन ब्राउन ने खुलासा किया है कि व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें 2006 में मास्को की आधिकारिक यात्रा के दौरान धमकी दी थी. ब्राउन ने ये भी कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से पहले रूसी राष्ट्रपति के साथ वर्षों तक खड़े होने में पश्चिमी देश 'विफल' रहे.


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ब्राउन ने रूस के आक्रमण को लेकर उसपर प्रतिबंध लगाने में 150 देशों के विफल रहने के बाद 'वैश्विक एकता' की भी आलोचना की. 'द टेलीग्राफ मैगजीन' को दिए इंटरव्यू में गॉर्डन ब्राउन ने कहा कि पुतिन कैसे थे, इस बारे में मुझे कोई भ्रम नहीं था. 


'कमजोरी का फायदा उठाते हैं पुतिन'


क्रेमलिन की 2006 की यात्रा को याद करते हुए, ब्राउन ने कहा कि मुझे बहुत छोटी कुर्सी पर बिठाया गया ताकि मैं पुतिन की ओर देख सकूं. वह निश्चित रूप से लंबाई में छोटे हैं और हील पहनते हैं. बता दें कि गॉर्डन ब्राउन 2007 से 2010 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे. इससे पहले वह 1997 से 2007 तक टोनी ब्लेयर की सरकार में चांसलर थे. 


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ब्राउन ने कहा, 'पुतिन ने उस दिन इंडेक्स कार्ड को निकाला और मेरे बारे में उनके पास जो भी जानकारी थी उसे पढ़ना शुरू कर दिया, जैसे कि वह यह साबित करना चाहते थे कि जितना मैं अपने बारे में नहीं जानता उससे ज्यादा वो जानते हैं. इसलिए जब लोग कहते हैं कि पुतिन बदल गए हैं और केवल धमकी दे रहे हैं, तो मैं आपको बता सकता हूं कि वह तब भी मुझे धमकी दे रहे थे.'


बॉर्डन कहते हैं कि पुतिन को सिर्फ ताकत के बारे में पता हैं. वह किसी की भी कमजोरी का फायदा उठाते हैं. वह अवसरवादी हैं. इंटरव्यू में ब्राउन ने पश्चिम के 150 देशों पर भी निशाना साधा, जिन्होंने यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर प्रतिबंध नहीं लगाया. उन्होंने कहा कि मैं नाटो की एकता की सराहना करता हूं, लेकिन प्रतिबंधों को समन्वयित करने में समस्या है जहां कुछ देश ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं. 


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