इजरायल और हमास की जंग महायुद्ध में तब्दील होने से पहले इजराइल ने शुक्रवार को गाजा पट्टी में अपने अभियान का विस्तार किया और कहा कि उसकी वायु सेना ने हमास की सुरंगों और अन्य बुनियादी ढांचे पर जोरदार हमले किए. एक टेलीविजन समाचार ब्रीफिंग में इजराइल के सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमास के सदस्यों द्वारा इजराइली शहरों पर हमला करने और 1400 से अधिक लोगों को मारने के कुछ दिनों बाद उनकी जमीनी सेना अपने अभियान का विस्तार कर रही है.


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शनिवार को एक बयान में इजराइल ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने उत्तरी गाजा में गहन छापेमारी के दौरान 150 जमीन के अंदर के टारगेट पर हमला किया. इजरायली सेना के बयान में कहा गया है कि जिन जगहों पर हमला किया गया उनमें आतंकी सुरंगें, भूमिगत युद्ध स्थल और अतिरिक्त भूमिगत बुनियादी ढांचे शामिल हैं. बयान में कहा गया कि इसके अलावा, हमास के कई आतंकवादी मारे गए. बता दें कि बीते 7 अक्टूबर को अचानक हुए हमास के हमले के जवाब में कई दिनों तक लगातार बमबारी के बाद, इजरायली सैनिकों ने बुधवार और गुरुवार को भी सीमित जमीनी घुसपैठ की थी.


हालांकि, हमास के सुरंग नेटवर्क (जिसके बारे में कहा जाता है कि यह सैकड़ों किलोमीटर लंबा और 80 मीटर तक गहरा है) इजराइल के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. इस चुनौती से निपटने के लिए इज़रायली सेना कथित तौर पर 'स्पंज बम' बना रही है.


क्या है स्पंज बम?
इजराइल का नया सीक्रेट हथियार कहा जाने वाला 'स्पंज बम' एक प्रकार का कैमिकल ग्रेनेड है. इसमें कोई विस्फोटक नहीं है, लेकिन इसका उपयोग अंतराल या सुरंग प्रवेश द्वार को बंद करने के लिए किया जा सकता है.


स्पंज बम कैसे काम करता है?
रिपोर्टों के अनुसार, स्पंज बम एक सुरक्षात्मक प्लास्टिक कंटेनर के भीतर रखे गए हैं, जिसमें एक धातु अवरोधक है, जो दो अलग-अलग तरल पदार्थों को विभाजित करता है. यह एक बार एक्टिव होने पर, ये तरल पदार्थ विलीन हो जाते हैं और अपने इच्छित गंतव्य की ओर आगे बढ़ते हैं. इससे पहले 2021 में, इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कथित तौर पर गाजा सीमा के पास एक नकली सुरंग प्रणाली में अभ्यास के दौरान इन उपकरणों को तैनात किया था.