भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाकर कूटनीतिक विवाद को हवा देने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही देश में घिर गए हैं. विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बखिया उधेड़ दी है.
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India Canada News: भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाकर कूटनीतिक विवाद को हवा देने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने ही देश में घिर गए हैं. विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बखिया उधेड़ दी है. पोइलिवरे ने ट्रूडो को 'झूठा' बताते हुए दावा किया कि पीएम ने चुनाव जीतने के लिए जान-बूझकर चीन को दखल देने दिया. पोइलिवरे ने ट्रूडो से मांग की कि वे उन सभी कंजरवेटिव सांसदों के नाम बताएं जिनपर उन्होंने विदेशी हस्तक्षेप में शामिल होने के आरोप लगाए हैं. एक बयान में पोइलिवरे ने ट्रूडो पर 'अपने नेतृत्व के खिलाफ लिबरल कॉकस के विद्रोह से ध्यान हटाने के लिए झूठ बोलने' का आरोप लगाया.
कुछ ही पलों में पलट गए थे ट्रूडो
बुधवार को ट्रूडो ने संघीय चुनाव प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं में विदेशी हस्तक्षेप के संदर्भ में सार्वजनिक जांच के दौरान गवाही दी थी. ट्रूडो ने दावा किया कि उनके पास 'कई सांसदों, पूर्व सांसदों और कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवारों के नाम हैं जो विदेशी हस्तक्षेप में शामिल हैं, या उच्च जोखिम में हैं, या जिनके बारे में स्पष्ट खुफिया जानकारी है.' उन्होंने कुछ सेकंड बाद यह भी स्वीकार किया कि कंजरवेटिव गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी 'खराब या अधूरी या केवल एक स्रोत से प्राप्त आरोप' भर हो सकती है.
Publiez les noms. pic.twitter.com/FoWBg7aSln
— Pierre Poilievre (@PierrePoilievre) October 16, 2024
My message to Justin Trudeau: release the names of all MPs that have collaborated with foreign interference.
Sign here if you agree: https://t.co/k9zgklAb66 pic.twitter.com/07nECCKc3J
— Pierre Poilievre (@PierrePoilievre) October 16, 2024
ट्रूडो के बयान के कुछ ही घंटों बाद, पोइलिवरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपना बयान पोस्ट किया. बयान के अलावा, कंजरवेटिव नेता ने ट्रूडो से उन सांसदों के नाम जारी करने की मांग करने के लिए एक याचिका भी शुरू की, जिन पर उन्होंने आरोप लगाया था.
आरोपों को बेहद हल्के में ले रहे ट्रूडो
कनाडा के 2019 और 2021 के चुनावों में हस्तक्षेप की जांच के लिए गठित पैनल के सामने बोलते हुए, ट्रूडो ने कनाडा के सांसदों को निशाना बनाने के चीन के प्रयासों को 'राजनयिकों के काम का हिस्सा' करार दिया. ट्रूडो ने तर्क दिया, 'यह तथ्य कि चीनी राजनयिक सांसदों को उनकी आउटरीच क्षमताओं के आधार पर उन तीन श्रेणियों में बांट कर रहे हैं, मेरे लिए विशेष रूप से रहस्योद्घाटन या नई जानकारी नहीं है. यह काफी स्पष्ट है और दुनिया के सभी हिस्सों में सभी देशों में राजनयिक जो करते हैं, उसका एक हिस्सा है.'
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ट्रूडो ने भले ही चीनी दखल को डाउनप्ले किया, लेकिन जबकि कनाडा की अपनी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि बीजिंग ने 2019 और 2021 के संघीय चुनावों में गुप्त रूप से हस्तक्षेप किया, जिनमें से दोनों में ट्रूडो ने जीत हासिल की. इसके अलावा, 2024 में कनाडा के विदेशी हस्तक्षेप आयोग ने चीन को'मुख्य अपराधी' के रूप में पहचाना था. (एजेंसी इनपुट्स)