सात अक्टूबर जैसे हमले की फिराक में था हमास, इजरायली कमांडों ने इस तरह साजिश को किया नाकाम
पिछले साल सात अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले के बाद इजरायल जारी लड़ाई अब भी जारी है. हाल ही में इजरायल डिफेंस फोर्स ने दावा किया कि हमास एक बार फिर हमले की साजिश रच रहे थे. हालांकि जानकारी मिलते ही उनके बेस को तबाह कर दिया गया है.
Israel Hamas War: पिछले साल सात अक्टूबर को जब हमास के आतंकियों ने इजरायल पर फिल्मी अंदाज में हमला किया तो दुनिया भी दंग रह गई. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध करार दिया. उसके बाद से आज भी जंग जारी है. इन सबके बीच इजरायल ने सनसनीखेज जानकारी दी है. इजरायल डिफेंस फोर्स के मुताबिक हमास के आतंकियों मे एक बार फिर सात अक्टूबर को दोहराने की साजिश रची थी. लेकिन उसे नाकाम कर दिया गया. अब हमास के आतंकियों ने किस तरह से निशाना साधने की साजिश रची उसे जब हम आपको बताएंगे तो हैरान रह जाएंगे.
हमास के आतंकी रच रहे थे साजिश
इजरायली डिफेंस फोर्स का कहना है कि इस बात की जानकारी लग चुकी थी कि हमास फिर हमला कर सकता है. इसके लिए हमने अलग तरह की प्लानिंग पर काम किया. हमारे कमांडो मे डॉक्टर और नर्स की वेश में इसके साथ ही बुर्के में जेनिन के इब्न सिना अस्पताल में दाखिल हो गए. यह वही अस्पताल है जहां से हमास के आतंकी हमले की योजना पर काम कर रहे थे. बड़ी बात यह है कि हमारी इस कार्रवाई में हमास आंतकी मोहम्मद जालमना और उसके दो साथियों को भी मारने में कामयाबी मिली. इस पूरी कार्रवाई को हमारे कमांडो ने महज कुछ मिनटों में अंजाम तक पहुंचा दिया.
हमास कमांडर भी ढेर
इजरायली सेना का कहना है कि मारे गए हमास आतंकी की उम्र करीब 27 वर्ष थी. वो जेनिन के ही रिफ्यूजी कैंप में रहता था. इजरायल के रक्षा मंत्री इत्मार बेन गाविर ने इस कमांडो ऑपरेशन पर कहा कि हम किसी भी वक्त किसी भी समय अपने दुश्मनों को धूल चटा सकते हैं. हमारा मकसद साफ है अगर कोई भी एक्शन इजरायली नागरिकों के लिए संकट बनेगा तो उसे हम पूरी तरह से तबाह कर देंगे. गाविर का कहना है कि मारा गया आतंकी जालमना हमास के लिए हथियार और गोला बारूद सप्लाइ करने का काम करता था. उसका मकसद सिर्फ और सिर्फ हमें नुकसान पहुंचाना था.
सिब्न अस्पताल में इजरायली कमांडो कार्रवाई का वीडियो भी सामने आया है. आप देख सकते हैं कि किस तरह से कुछ कमांडो डॉक्टर और नर्स की वेश में अस्पताल में दाखिल होते हैं. और आगे के एक्शन को अंजाम देते हैं. इजरायल का कहना है कि सच तो यह है कि अस्पताल को हमास के आतंकी बेस के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे.