Shehbaz Sharif visit to Saudi Arabia: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर से कटोरा उठा लिया है और कटोरा उठाकर वो वहीं निकल पड़े हैं, जहां वे अक्सर जाते हैं. जी हां सऊदी अरब.  शहबाज शरीफ 2 दिनों के लिए सऊदी अरब पहुंच गए हैं. जहां वो सिर्फ क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से ही नहीं बल्कि सऊदी की प्राइवेट कंपनियों से कटोरे में कुछ डालने के लिए कहेंगे.


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पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक शहबाज शरीफ रियाद में होने वाली फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिसिएटिव में शामिल होंगे. लेकिन मीडिया में कहा जा रहा है कि शायद पाकिस्तान के खजाने में कमी की भनक शहबाज शरीफ को लग चुकी है. इसी खतरे की आहट को देखते हुए शहबाज प्लेन पकड़ कर सीधे सऊदी अरब के रियाद शहर आ गए हैं. 


पाकिस्तान का खजाना हुआ खाली


पाकिस्तान का खजाना खाली है और उसे पैसों की सख्त जरूरत है. इसीलिए तो जिस वक्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सऊदी अरब में हैं. उसी वक्त पाकिस्तान के वित्त मंत्री चीन के सामने आर्थिक मदद की गुहार लगा रहे हैं. शहबाज शरीफ जानते हैं कि सऊदी अरब उन्हें निराश नहीं करता. कटोरे में कुछ न कुछ जरूर डाल देता है. लिहाजा इस बार भी सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से उन्हें ऐसी ही उम्मीद है. 


हम कब तक कटोरे पर जिंदा रहेंगे


शहबाज शरीफ ने बतौर पीएम रहते हुए कुछ अरसा पहले देश की आर्थिक बदहाली का रोना रोया था. तब शहबाज ने कहा था, कब तक हम कटोरे पर जिंदा रहेंगे. 75 साल गुजर गये हैं. आज भी सऊदी अरब जाते हैं वो तो हमारे दोस्त..भाई हैं. वो तो इनकार नहीं करेंगे लेकिन हम किस मुंह से किस शक्ल से जाते हैं ये हमारा ही हौसला है. मैं आपको सही बताता हूं हम बिल्कुल इस मामले में ढीठ बन चुके हैं, ढीठ.. कि जाएंगे कटोरा रखेंगे और एक-दो अरब डॉलर ले आएंगे.UAE जाएंगे तो पैसे मिल जाएंगे.. कतर जाएंगे तो पैसे मिल जाएंगे. ये मांगने की जिंदगी. 


प्रिंस सलमान से हो सकती है मुलाकात


शहबाज शरीफ का ये बयान भले ही पुराना है लेकिन सोच अभी भी बहुत ज्यादा नहीं बदली है. सऊदी दौरे पर गए शहबाज की मुलाका मोहम्मद बिन सलमान से होनी है और बहुत मुमकिन है कि वो पाकिस्तान की खातिर अपना कटोरा प्रिंस के सामने रख दें. शहबाज सऊदी के रियाद शहर में फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनीशिएटिव कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वो सऊदी के कई कंपनियों के अधिकारियों से मिलेंगे. शहबाज खाड़ी देश के दूसरे प्रतिनिधियों से भी मिलने वाले हैं.


पाकिस्तान कर्ज पर चलने वाला देश 


हालात ये हैं कि देश में हालात सुधारने की जगह शहबाज़ को हर 6 महीने के अंदर विदेशी मुल्कों में कटोरा लेकर घुमना पड़ता है . इससे पहले भी शहबाज़ शरीफ सऊदी गए थे जहां उनको कोई मदद नहीं मिली थी. कंगाली में डूबे पाकिस्तान को बचाने के लिए शहबाज शरीफ..सऊदी पहुंचे हुए हैं...तो दूसरी ओर से चीन से भी खैरात मांग रहे हैं. पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने वॉशिंगटन में चीन के वित्त मामलों के उप मंत्री लियानो मिन से मुलाकात की और चीनी पक्ष से कर्ज सीमा बढ़ाने की मांग की है. पाकिस्तान ने चीन से एक्स्ट्रा 1.4 अरब डॉलर का कर्ज देने की गुहार लगाई है. 


शहबाज को भारत से लग रहा है डर! 


दुनिया में 2 ही ताकतें हैं, जो ऊपर जा रही हैं. एक दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला मुल्क भारत  है और दूसरा चीन. पहले चीन था अब भारत हो गया है सबसे बड़ी आबादी वाला मुल्क. ये दोनों साथ जा रहे हैं अगर ये दोनों मिल गए तो इनकी हां में पूरी दुनिया की हां होगी और इनकी ना में पूरी दुनिया की ना होगी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को विदेशी धरती पर जाकर हाथ फैलाने का एक्सपीरियंस हैं. कई बार शहबाज को उस एक्सपीरियंस का फायदा भी मिला है. लेकिन इस बार शहबाज़ शरीफ के कटोरे में कितनी भीख आती है. ये अगले एक दो दिनों में साफ हो जाएगा.