Joe Biden : अमेरिका में राष्‍ट्रपति चुनाव हो चुके हैं और ट्रंप अपनी टीम तैयार कर रहे हैं. इस दौरान देश में राजनीतिक हालात भी तेजी से बदल रहे हैं. डोनाल्‍ड ट्रंप जनवरी 2025 में अमेरिका के 'बॉस' यानी कि राष्‍ट्रपति की गद्दी संभालेंगे लेकिन उससे पहले निवर्तमान राष्‍ट्रपति जो बाइडेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बाइडेन के कार्यकाल के आखिरी दिनों में अमेरिका के 50 से ज्‍यादा सांसदों ने उनसे पत्र लिखकर मांग की है कि वे पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए वह पाकिस्तान की सरकार पर दबाव बनाएं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: खजाने के अंदर मिला इतना बड़ा खजाना, कीमत आंकने में विशेषज्ञों के छूटे पसीने


समय से पहले हो रिहाई


इस पत्र में सांसदों ने मांग की है कि इमरान खान की रिहाई राजनीतिक कैदियों की तरह समय से पहले की जानी चाहिए. साथ ही इस पत्र में पाकिस्तान में हुए चुनाव को लेकर भी कई तरह के आरोप लगाए गए हैं. इस मामले को लेकर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की अमेरिकन विंग द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक जानकारी साझा की गई है.  इसमें अमेरिका के कई सांसदों ने जो बाइडेन को एक पत्र लिखा है.  जिनमें रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स दोनों के सदस्य शामिल हैं. इस पत्र में इमरान खान की रिहाई की मांग की गई है.  


यह भी पढ़ें: 30 करोड़ सैलरी, फिर भी लोग नहीं करना चाहते ये नौकरी, सिर्फ स्विच ऑन-ऑफ करना है काम!


पाकिस्‍तान में बिगड़ रही मानवाधिकार स्थिति


सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X की पोस्ट के मुताबिक पत्र का नेतृत्व सुसान वाइल्ड और जॉन जेम्स ने संयुक्त रूप से किया था. इस पत्र पर साइन करने वाले 46 में से 20 रिपब्लिकन हैं. जबकि कुछ अन्‍य पोस्‍ट में साइन करने वाले सांसदों की संख्‍या 99 तक बताई जा रही है. इस पत्र में फरवरी 2024 के चुनावों के बाद पाकिस्तान की 'बिगड़ती मानवाधिकार स्थिति' के बारे में लिखा गया है.


यह भी पढ़ें: मौत की सजा देने में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहा सऊदी अरब, सजा पाने वालों में सबसे ज्‍यादा पाकिस्‍तानी


सांसदों ने जताई चिंता


जियो टीवी के मुताबिक सांसदों ने कहा कि उनकी चिंता का केंद्र बिंदु पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान की गैरकानूनी हिरासत है. बता दें कि भ्रष्टाचार से लेकर आतंकवाद तक के कई मामलों को लेकर इमरान खान बीते साल के अगस्‍त महीने से जेल में बंद हैं. उनके अलावा पीटीआई के जुड़े कई कार्यकर्ता, जिनमें यास्मीन राशिद और शाह महमूद कुरेशी जैसे वरिष्ठ पार्टी नेता भी हिरासत में हैं. जियो टीवी के अनुसार सांसदों ने कहा है, हमारा मानना ​​है कि इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास में दृष्टिकोण में बदलाव की तत्काल आवश्यकता है. (इनपुट-एजेंसी)