कोरोना वायरस ने दुनिया में इंसानों के साथ ही जीव-जंतुओं को भी अपनी गिरफ्त में ले रखा है. इससे बचाने के लिए अमेरिका (America) में नेवला प्रजाति के फेरेट्स (Ferrets) जीवों को भी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई गई है.
जानकारी के मुताबिक इस जीव का नाम फेरेट्स (Ferrets) और प्रजाति का मुस्टेला निगराइप्स (Mustela Nigripes) है. यह नेवले की एक प्रजाति है, जो अमेरिका में ज्यादा पाई जाती है. काले पैर वाले 210 फेरेट्स को पिछली गर्मियों में ही प्रयोगात्मक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के डोज दिए जा चुके हैं.
फेरेट्स (Ferrets) की प्रजाति चार दशक पहले खत्म होने के कगार पर थी. तब इनकी ब्रीडिंग कराई गई ताकि ये जीव धरती पर जीवित रह सकें. तब से ये बच तो गए हैं लेकिन इनकी प्रजाति अब भी खतरे में है. फेरेट्स (Ferrets) प्रजाति के मिन्क्स में कोरोना के वायरस मिले थे. इसके बाद कई अमेरिकी राज्यों और यूरोपीय देशों में उन्हें मारा गया था.
कंजरवेशन सेंटर के मुताबिक फेरेट्स (Ferrets) में कोरोना के मामले तो सामने नहीं आए ये कभी भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं. इसलिए इन्हें पहले ही कोरोना की वैक्सीन दे दी गई थी. जीव विज्ञानियों के अनुसार इंसानों के साथ-साथ ऐसे जीवों को भी ये वैक्सीन लगाए जाने चाहिए जो खतरे में हैं.
फेरेट्स (Ferrets) अमेरिका के उत्तरी इलाके में स्थित ग्रेट प्लेन्स के घास वाले इलाकों में पाए जाते हैं. पहले माना जा रहा था कि ये विलुप्त हो गए हैं. वर्ष 1981 में कुछ फेरेट्स (Ferrets) व्योमिंग में दिखाई दिए थे. जिसके बाद इन्हें बचाने की मुहिम शुरू की गई. वर्तमान में अमेरिका में 370 फेरेट्स (Ferrets) हैं.
नेशनल ब्लैक फुटेड फेरेट्स कंजरवेशन सेंटर के मुताबिक इन्हें MRNA आधारित कोरोना वैक्सीन दी गई थी. सेंटर ने फिलहाल 60 फेरेट्स (Ferrets) को वैक्सीन नहीं लगाई है. इसकी वजह ये है कि अगर वैक्सीन के किसी साइड इफेक्ट से कुछ अनहोनी होती है तो बाकी फेरेट्स सुरक्षित रहें और इनकी प्रजाति आगे बढ़ाई जा सके.
जिन फेरेट्स (Ferrets) को वैक्सीन लगाई गई थी. वे अभी तक तक स्वस्थ दिख रहे हैं. उनके शरीर में कोरोनावायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज भी मौजूद हैं. फेरेट्स (Ferrets) में कोरोना वैक्सीन की एफिकेसी ट्रायल बाकी है. ये ट्रायल मानव में होने वाले तीसरे चरण जैसा ही होता है. (सभी फोटो साभार: गेटी)
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