स्मेश होपर बंदूक न सिर्फ ऑटोमैटिक है बल्कि रिमोट कंट्रोल से भी चल सकती है. साथ ही ये टारगेट को खुद ही स्कैन कर लॉक कर लेती है. बुलेटप्रूफ गाड़ी में भी इससे बच पाना नामुमकिन है.
पहले फखरीजादेह की मौत के कारणों को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन अब अधिकारिक तौर पुष्टि के बाद ये साफ हो गया है कि फखरीजादेह की हत्या सैटेलाइट से ऑपरेट होने वाले हथियार से किया गया है. जिसे एक ट्रक पर लगाया गया था.
कार में उनकी पत्नी भी मौजूद थीं जो उनसे कुछ इंच की दूरी पर बैठी हुई थीं लेकिन इस हमले में उनको कोई नुकसान नहीं पहुंचा. सभी के मन में सवाल है कि कैसे एक ऑटोमेटिक बंदूक का निशाना इतना अचूक हो सकता है कि वो चलती कार में जा रहे एक शख्स की जान ले सके.
जानकारी के अनुसार, हमले के दौरान फखरीजादेह पर 13 राउंड फायरिंग की गई और सब के सब निशाने अचूक थे. एक सोची समझी प्लानिंग के तहत 'गन स्मेश होपर' जैसे खतरनाक हथियार का इस्तेमाल किया गया था ताकि बचने की कोई गुंजाइश न बचे.
स्मेश होपर बंदूक न सिर्फ ऑटोमैटिक है बल्कि रिमोट कंट्रोल से भी चल सकती है. साथ ही ये टारगेट को खुद ही स्कैन कर लॉक कर लेती है. बुलेटप्रूफ गाड़ी में भी इससे बच पाना नामुमकिन है. यह सिस्टम SMASH 2000 कम्प्यूटराइज गनसाइट और दूर से नियंत्रित किए जाने वाले माउंट से मिलकर बना है. जिसे किसी ट्रायपॉड, जमीन या किसी गाड़ी के ऊपर लगाया जा सकता है.
कुछ दिन पहले ही इजराइल की एक कंपनी ने इस मैन पोर्टेबल ऑटोमेटिक बंदूक को लॉन्च किया था और ये भी एक कारण है कि इजरायल के ऊपर इस हत्या के आरोप लग रहे हैं. यह दावा किया गया है कि इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद ने इस घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद इजरायल से बदले की खुली चेतावनी भी दी गई. इजराइल को इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. वक्त और तारीख वो खुद तय करेगा. हालांकि कुछ ईरानी अधिकारियों ने इसमें अमेरिका और सऊदी अरब के मिले होने का दावा भी किया है.
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