मायरा ने इस पूरे नाटक में एक लाख रूपये से ज्यादा का खर्चा किया. इस दौरान प्रोफेशनल फोटोग्राफर भी बुलाया गया. और सभी मेहमानों की तस्वीरें भी खींची गई.
क्या आपको इस बात की चिंता होती है कि आपने जीवन में कैसे कर्म किये? और आपके मरने के बाद कितने लोग आपकी आखिरी यात्रा में शामिल होंगे? कभी आखिरी यात्रा में लोगों की भीड़ देखकर मरहूम की हैसियत का अंदाजा लगाया जाता था. ऐसे में एक महिला ने कुछ अलग हटकर सोचा. उसने खुद की ही आखिरी यात्रा की तैयारी कर ली.
जी हां, ये मामला चिली का है. यहां मायरा आलोंजो (59) नाम की महिला की मौत की खबर उनके रिश्तेदारों तत पहुंची. सब लोग एक पैर पर भागते हुए मायरा के घर पहुंचे. वहां वो ताबूत में लेटी हुई थी.
डेली मेल की खबर के मुताबिक, करीब 4 घंटे तक लोगों का जमावड़ा लगा रहा. जब मायरा को लगा कि उनकी उम्मीद के मुताबिक लोग आखिरी बार उन्हें देखने आए हैं, तब वो अचानक ताबूत से उठ खड़ी हुई. इस बीच वो चार घंटे तक मरने का नाटक करती रही. इसके पीछे मायरा ने जो कहानी बताई, वो हैरान करने वाली है.
मायरा ने कहा कि इस कोरोना महामारी के काल में लोगों को चार कंधे तक नसीब नहीं हो रहे. ऐसे में वो अगर मर गई, तो उनकी आखिरी यात्रा में कौन कौन से लोग उन्हें यही देखना था.
मायरा ने इस पूरे नाटक में एक लाख रूपये से ज्यादा का खर्चा किया. इस दौरान प्रोफेशनल फोटोग्राफर भी बुलाया गया. और सभी मेहमानों की तस्वीरें भी खींची गई. इसके बाद मायरा ने अपने सभी जानने वालों के साथ जमकर पार्टी की.
तस्वीरें: न्यूजफ्लैश
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