नई दिल्ली: कहते हैं डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते हैं. वो मरते हुए इंसान को भी जिंदगी दे देते हैं. जी हां, ऐसा डॉक्टरों ने ऐसा ही कुछ कमाल कर दिखाया है. दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी शख्स के दोनों हाथ ट्रांसप्लांट किए गए हैं. आइए इस अनोखी सर्जरी के बारे में डिटेल में जानते हैं.
आइसलैंड के Kópavogur Town के रहने वाले 48 वर्षीय फेलिक्स ग्रेटर्सन (Felix Gretarsson) की सर्जरी कर डॉक्टरों ने उन्हें जीवनदान दिया है. फेलिक्स को एक शख्स ने अपने दोनों हाथ डोनेट किए. दुनिया में यह पहला मामला है जिसमें शख्स के दोनों हाथ ट्रांसप्लांट किए गए हैं.
The Straits Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक 12 जनवरी 1998 को फेलिक्स के साथ एक दुर्घटना घटी. फेलिक्स बिजली का कुछ काम कर रहे थे तभी उन्हें जोरदार करंट लगा. जिसके बाद उनके दोनों हाथ जल गए थे.
करंट लगने के बाद तीन महीने तक फेलिक्स कोमा में रहे. डॉक्टर्स ने 54 ऑपरेशन कर फेलिक्स को दोनों जल चुके हाथों को हटाया. उनका लीवर ट्रांसप्लांट भी किया गया. कोमा से बाहर आने के बाद अपनी हालत देखकर फेलिक्स शॉक में चले गए.
साल 2007 में फेलिक्स ने टीवी पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें यूनिवर्सिटी ऑफ आइसलैंड के प्रोफेसर Dr Jean-Michel Dubernard का लेक्चर चल रहा था. प्रोफेसर पहली बार 1998 में हाथ ट्रांसप्लांट करने को लेकर चर्चा में आए थे. फेलिक्स ने उनसे अपने हाथ ट्रांसप्लांट को लेकर बातचीत की.
फेलिक्स ने अपनी सर्जरी के लिए कैंपेन चलाकर फंड इकट्ठा किया. दुर्घटना के 23 साल बाद यानी कि जनवरी 2021 में उनका ऑपरेशन सफल हुआ. Dr Jean-Michel Dubernard और उनकी टीम ने 15 घंटे की सर्जरी के बाद फेलिक्स के दोनों हाथ ट्रांसप्लांट किए. साथ ही उनका कंधा भी ट्रांसप्लांट किया गया.
मार्च में उन्हें रिहैबिलिटेशन सेंटर भेजा गया था. फेलिक्स कहते हैं कि अब वो ठीक है. वो अपनी कोहनी को पानी में मूव कर सकते हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि दाएं हाथ के काम करने की संभावना बाएं हाथ की तुलना में बेहतर है, जिसके लिए पूरा कंधा ट्रांसप्लांट किया गया. डॉक्टरों ने कहा कि इन हाथों के साथ फेलिक्स को आगे का जीवन जीने के लिए सबकुछ फिर से सीखना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हम जीवनभर उनका साथ देंगे.
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