Vladimir Putin Drone Attack: इस हमले का आरोप रूस ने पहले यूक्रेन पर लगाया था. लेकिन गुरुवार को रूस ने कहा कि इस अटैक का मास्टरमाइंड अमेरिका है. वहीं यूक्रेन ने भी कहा है कि इस हमले में उसका कोई हाथ नहीं है. लेकिन बात करें मॉस्को स्थित पुतिन के घर की तो वहां की सुरक्षा बेहद सख्त है. इसमें सेंध लगा पाना करीब-करीब नामुमकिन है.
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Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के घर पर मंगलवार रात दो ड्रोन से हमला हुआ, जिसे नाकाम कर दिया गया. रूस का आरोप है कि इस हमले का मास्टरमाइंड अमेरिका है. लेकिन जहां व्लादिमीर पुतिन रहते हैं, उस जगह की सुरक्षा कैसी है. आइए आपको बताते हैं.
क्रेमलिन रूस के राष्ट्रपति का घर है. इसे दुनिया की सबसे ज्यादा सुरक्षा हासिल होने वाली जगह माना जाता है. इसमें न सिर्फ खुफिया बंकर हैं बल्कि यहां किसी भी तरह के हमले को नाकाम किया जा सकता है.
शुरुआत में इस हमले का आरोप रूस ने यूक्रेन पर लगाया था. लेकिन गुरुवार को रूस ने कहा कि इस अटैक का मास्टरमाइंड अमेरिका है. वहीं यूक्रेन ने भी कहा है कि इस हमले में उसका कोई हाथ नहीं है. लेकिन बात करें मॉस्को स्थित पुतिन के घर की तो वहां की सुरक्षा बेहद सख्त है. इसमें सेंध लगा पाना करीब-करीब नामुमकिन है.
कैसा है पुतिन का हाई सिक्योरिटी आवास?
क्रेमलिन में 67 एकड़ का इलाका ऐसा है, जिस पर इमारतें बनी हुई हैं. अगर आसपास का इलाका भी मिला लिया जाए तो यह संपत्ति 170 एकड़ में है. दीवारों की ऊंचाई किसी-किसी जगह 60 फीट से भी अधिक है. माना जाता है कि इन हिस्सों में ही व्लादिमीर पुतिन रहते हैं. हर कोना सीसीटीवी कैमरों की नजरों में रहता है. विभिन्न स्थानों पर सेंसर से लेकर बायोमैट्रिक स्कैनर, फेस रिकॉगनिशन सिस्टम लगाए गए हैं. इसके अलावा अलग-अलग टीमें सुरक्षा में लगी रहती हैं.
माना जाता है कि रूस में कई ऐसे बंकर बने हुए हैं, जिन पर परमाणु बम का भी असर नहीं होगा. इनको कोल्ड वॉर के दौरान बनाया गया था. इनको मैट्रो-2 सिस्टम के नाम से जाना जाता है. बंकर के अलावा जमीन के नीचे गाड़ियां भी हैं, जिनकी पहुंच सीधे क्रेमलिन तक है.
इसके अलावा एक अन्य फैसिलिटी है कंटीन्यूटी ऑफ गवर्नमेंट यानी सीओजी. यह रूसी प्रेसिडेंट और उनकी फैमिली को प्रोटेक्शन देती है. ये अलग किस्म के बंकर हैं. इनमें इतना स्पेस है कि साल भर के लिए पानी, दवा और राशन को स्टोर किया जा सकता है. बेडरूम और कॉन्फ्रेंस रूम जैसी सुविधाएं भी यहां मौजूद हैं. ये सारे बंकर और सुरंगें आपस में जुड़े हैं. आपात स्थिति में राष्ट्रपति का स्थान तुरंत बदला जा सकता है.
कौन करता है पुतिन की रक्षा?
पुतिन को सुरक्षा देती है फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस यानी एफपीएस. हजारों कमांडोज इसका हिस्सा होते हैं. लेकिन इनमें से भी छंटाई होती है. ये किसी भी तरह का हथियार चला सकते हैं और खतरे को भांपकर उसको खत्म कर सकते हैं. इनको दो विदेशी भाषाएं आनी जरूरी हैं. इसके अलावा राजनीति की समझ भी होनी चाहिए.
इन गार्ड्स की ट्रेनिंग इस तरह से होती है कि ये हल्का कोट पहनकर भी माइनस टेंपरेचर को आराम से सह सकते हैं. राष्ट्रपति की सुरक्षा करते हुए भी इनको स्मोकिंग की छूट होती है.