Recession Forecast 2023: भारत 0, यूके 75... इस स्कोर से झूम उठा देश, खुशखबरी जानकर आप भी हो जाएंगे गदगद
World of Statistics Recession probability forecast: वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स के पूर्वानुमान के मुताबिक, भारत की आर्थिक सेहत इस साल एकदम दुरुस्त रहने का अनुमान जताया गया है. यहां मंदी की संभावना 0% है. अमेरिका, चीन और फ्रांस जैसे विकसित देशों पर मंडरा रहे खतरे के बीच ब्रिटेन की हालत सबसे ज्यादा खस्ता बताई जा रही है.
Recession in India risk zero recession probability forecast 2023: दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों के अनुमान के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) एक बार फिर से आर्थिक मंदी की ओर जा रही है. अमेरिका में बैंकिंग संकट गहराया है तो कई देशों में नकदी के संकट की भी समस्या खड़ी हो गई है. इस बीच भारत के लिए दोहरी खुशखबरी आई है जिसे जानने के बाद आप भी देश की उम्दा स्थिति पर गर्व करने के साथ खुशी से फूले नहीं समाएंगे. पहली अच्छी खबर ये कि भारत में 2023 में मंदी का खतरा शून्य यानी जीरो है और दूसरी बड़ी बात ये कि बीते कुछ दिनों में रुपया ने एशिया की दूसरी मुद्राओं की तुलना में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया है.
दुनिया के इन देशों में मंडरा रहा मंदी का खतरा
अमेरिका ही नहीं यूरोप के रईस देश भी मंदी की आशंका में जी रहे हैं. ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और जर्मनी भी इस खतरे से अछूते नहीं हैं. इसके साथ चीन, साउथ कोरिया और जापान के अलावा कनाडा, साउथ अफ्रीका, रूस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी मंदी की आशंका बढ़ गई है. इस बीच वर्ल्ड ऑफ स्टैटिस्टिक्स (World of Statistics recession probability forecast 2023) के पूर्वानुमान में भारत की आर्थिक सेहत को कोई खतरा नही है. क्योंकि 2023 में यहां मंदी की संभावना 0% है, जबकि ब्रिटेन (UK) मंदी के सबसे बड़े जोखिम का सामना कर रहा है.
मंदी की सबसे ज्यादा आशंका
दुनिया में मंदी की सबसे ज्यादा 75 फीसदी आशंका यूके में है. कोरोना और ब्रेग्जिट की दोहरी मार के कारण बीते दो सालों में ब्रिटेन की इकॉनमी में जबरदस्त उथलपुथल मची है वहां महंगाई भी चरम पर है. इस लिस्ट में न्यूजीलैंड दूसरे नंबर पर है. जहां 2023 में मंदी आने की आशंका 70 फीसदी है. अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है और वहां मंदी का खतरा 65 फीसदी आशंका के साथ तीसरे नंबर पर है. एक और न्यूक्लियर सुपर पावर रूस की बात करें तो मॉस्को पर भी यूक्रेन युद्ध की वजह से मंदी के बादल मंडरा रहे हैं.
जर्मनी, इटली और कनाडा में मंदी आने की आशंका 60 फीसदी है तो फ्रांस में 50 फीसदी, इसी तरह दक्षिण अफ्रीका में 45 फीसदी, ऑस्ट्रेलिया में 40 फीसदी, रूस में 37.5 फीसदी, जापान में 35 फीसदी, साउथ कोरिया में 30 फीसदी और मेक्सिको में 27.5 फीसदी मंदी आने की संभावना है. स्पेन के मामले में यह 25 फीसदी, स्विट्जरलैंड में 20 फीसदी और ब्राजील में 15 फीसदी है. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी चीन में इस साल मंदी आने की आशंका 12.5 परसेंट, सऊदी अरब में पांच परसेंट और इंडोनेशिया ने भी जबरदस्त दम दिखाया है क्योंकि यहां मंदी की आशंका बस 2 फीसदी है.
भारत इस बार क्यों सेफ जोन में है?
वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था नंबर 1 होने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है. IMF के पूर्वानुमान के मुताबिक 2023 में भी भारत की इकॉनमी दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली इकॉनमी होगी. वहीं इसी महीने अप्रैल में GST कलेक्शन के पिछले रिकॉर्ड टूट गए हैं. मैन्यूफैक्चरिंग इंडेक्स में भी देश लगातार टॉप पर है. ये आंकड़े इस बात का संकेत दे रहे हैं कि दुनिया पर मंदी का खतरा भले ही मंडरा रहा है पर भारत इस डर से अछूता है. यानी कम से कम इस साल भारतीय लोगों को किसी बात की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.