बिश्केक: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों से अनुरोध किया कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार के प्रयासों का समर्थन करें जिससे इसे ज्यादा प्रतिनिधित्व वाला और प्रभावी बनाया जाए. भारत काफी समय से ब्राजील, जर्मनी और जापान के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग करता रहा है. भारत का कहना है कि वह सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाए जाने की पात्रता रखता है. जी4 राष्ट्र संरा सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिये एक दूसरे के दावों का समर्थन करते हैं.


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एससीओ के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक को यहां संबोधित करते हुए स्वराज ने कहा कि भारत बहुपक्षवाद और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के अनुपालन में दृढ़ता से विश्वास रखता है. स्वराज ने यह भी कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लक्ष्यों को लेकर प्रतिबद्ध है और पोलैंड में 2018 में कैटोविस जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में हुए समझौते का स्वागत करता है.


स्वराज ने कहा, “भारत बहुपक्षवाद के प्रभाव और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के अनुपालन को लेकर प्रतिबद्ध है. संयुक्त राष्ट्र और उसकी सुरक्षा परिषद को ज्यादा प्रतिनिधित्व वाला और प्रभावी बनाने के लिये उसमें व्यापक सुधार अनिवार्य है.” उन्होंने कहा, “एससीओ को वर्ष 2021-2022 और 2027-2028 में संरा सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता के लिये सदस्य राष्ट्रों की दावेदारी का समर्थन करना चाहिए.”