पेरिस: अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने पेरिस में सोमवार को आग लगने से तबाह हुए मशहूर नोट्रे-डेम कैथेड्रल को लेकर फ्रांसीसी लोगों के प्रति एकजुटता जताई और इस घटना पर दुख व्यक्त किया. यूरोपीय आयोग के प्रमुख ज्यां क्लाउड जंकर ने कहा कि नोट्रे डेम का संबंध मानवता से है. इसने दुनियाभर के लेखकों, चित्रकारों, दार्शनिकों और पर्यटकों को प्रेरित किया. 


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वेटिकन के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम फ्रेंच कैथोलिक्स और पर्शिया आबादी के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं. हम दमकलकर्मियों और उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं जो इस घटना से निपटने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं.’’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पेरिस के नोट्रे-डेम कैथेड्रल में आग लगने की घटना पर दुख व्यक्त किया है. यह आग इतनी भयानक थी कि 12वीं सदी की बेहतरीन वास्तु-कला का यह नमूना बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. 


संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने एक ट्वीट किया, ‘‘ नोट्रे-डेम कैथेड्रल में लगी आग की तस्वीरें देख भयभीत हूं- पेरिस में विश्व धरोहर का एक अनूठा उदाहरण जो 14 वीं शताब्दी का है. फ्रांस के लोगों और सरकार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. ’’ वहीं यूनेस्को की प्रमुख ऑड्रे एजोले ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर घटना को ‘‘भयावह’’ बताया लेकिन साथ ही इस पर काबू पाने का तरीका बता एक विवाद खड़ा कर दिया.


उन्होंने लिखा, ‘‘ हवाई वॉटर टैंकर का इस्तेमाल किया जा सकता है. कार्रवाई तेज करें.’’ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, ‘‘नोट्रे डेम दुनिया की बड़ी धरोहरों में से एक है और हम दुख के इस क्षण में फ्रांस के लोगों के साथ हैं. जब हम इतिहास को खोता देखते हैं तो हम दुखी होते हैं लेकिन आने वाले कल के लिए फिर से मजबूती के साथ खड़ा होना भी हमारा स्वभाव है.’’ 


ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा, ‘‘आज रात मेरी संवेदनाएं फ्रांस के लोगों और आपात सेवाओं के साथ हैं जो नोट्रे-डेम कैथेड्रल में लगी भयानक आग को बुझाने में लगे हैं.’’ इसके अलावा मिस्र, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पोलैंड, स्पेन, बेल्जियम और ईरान ने भी इस घटना पर दुख जताया है.