वॉशिंगटन: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग (Kim Jong-un) उन की सर्जरी के बाद हालत नाजुक होने की जैसी ही खबर आई, यह दुनिया भर के मीडिया के लिए सुर्खियां बन गईं. इस बीच सुपरपावर अमेरिका (USA) के राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का भी बयान सामने आया. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को उत्तर कोरिया के किम जोंग उन के अच्छे स्‍वास्‍थ्‍य की कामना की. हालांकि उन्‍होंने सर्जरी के बाद किम जोंग उन की स्थिति को लेकर सीधे तौर पर टिप्‍पणी नहीं की.


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व्‍हाइट हाउस में संवाददाताओं से उन्‍होंने कहा, 'उत्तर कोरियाई नेता के साथ मेरे अच्छे रिश्‍ते हैं. इसे देखते हुए मैं केवल उनके अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य की कामना करता हूं'.


ट्रंप ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि वे अच्‍छे होंगे'. उन्‍होंने यह भी कहा कि हो सकता है वह किम को देखने के लिए भी जाएं कि उनकी स्थिति कैसी है. ट्रम्‍प ने यह भी कहा, 'अगर वह इस तरह की स्थिति में हैं जैसा कि रिपोर्ट कहती है, तो यह बहुत गंभीर स्थिति है.'


हालांकि, ट्रम्प ने यह कहने से इनकार कर दिया कि उन्हें किम के स्वास्थ्य के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी है. उन्‍होंने कहा कि वह केवल समाचार रिपोर्टों से मिली जानकारी ही जानते हैं.


उन्‍होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि यह रिपोर्ट सच है या नहीं'. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी मंगलवार को एक रिपोर्ट आने के बाद आई जिसके बाद किम के स्वास्थ्य के बारे में सवालों की झड़ी लग गई. 


यह रिपोर्ट दक्षिण कोरिया से सामने आई है. रिपोर्ट में किम के दादा की वर्षगांठ के मौके पर उनकी अनुपस्थिति को लेकर अटकलें लगाते हुए कहा गया कि इसके पीछे वजह किम का खराब स्‍वास्‍थ्‍य है. 


बीते 15 अप्रैल को किम इल सुंग का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया. बता दें कि यह इस देश के कैलेंडर की सबसे महत्‍वपूर्ण राजनीतिक तारीख है लेकिन ऐसे खास मौके पर भी किम जोंग उन की अनुपस्थिति ने सबको चौंका दिया.


दक्षिण कोरिया के ऑनलाइन मीडिया आउटलेट डेली एनके ने कहा कि किम ने इस महीने की शुरुआत में एक कार्डियोवास्कुलर सर्जरी कराई थी. इस मीडिया ने देश के एक अज्ञात सोर्स का हवाला देते हुए यह भी कहा कि अत्यधिक धूम्रपान, मोटापा और थकान के कारण को किम की तत्‍काल सर्जरी करनी पड़ी.


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ये खबरें दक्षिण कोरिया से आने के बाद यहां के राष्ट्रपति ब्लू हाउस ने एक बयान में कहा, 'हमारे पास पुष्टि करने के लिए कुछ भी नहीं है और उत्तर कोरिया के अंदर अब तक कोई विशेष मूवमेंट का पता नहीं चला है.'


गौरतलब है कि ट्रम्प और किम ने दो शिखर सम्मेलन आयोजित किए हैं, जो जून 2018 से सिंगापुर में शुरू हुए. इस सम्‍मेलन में दोनों देशों के नेताओं ने पहली बार आमने-सामने बैठकर मीटिंग की थी. यह शिखर सम्मेलन सुरक्षा और परमाणुकरण जैसे मुद्दों पर केंद्रित था. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच 2019 में हनोई, वियतनाम में वार्ता हुई थी.