Russia-Ukraine War: रूस ने सैनिकों से कहा - जो US फाइटर जेट F-16 का करेगा शिकार, उसे मिलेगा 1.41 करोड़ रु. का इनाम
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Russia-Ukraine War: रूस ने सैनिकों से कहा - जो US फाइटर जेट F-16 का करेगा शिकार, उसे मिलेगा 1.41 करोड़ रु. का इनाम

Ukraine War:  इनाम की घोषणा डच और डेनिश सरकारों की हाल की घोषणाओं से मेल खाती है, जिसमें कहा गया कि पहले एफ-16 लड़ाकू जेट यूक्रेन जाने के लिए तैयार हैं और इस गर्मी में उनके उड़ान भरने की उम्मीद है.

Russia-Ukraine War: रूस ने सैनिकों से कहा - जो US फाइटर जेट F-16 का करेगा शिकार, उसे मिलेगा 1.41 करोड़ रु. का इनाम

F 16 Fighter Jet: यूक्रेन अपने पश्चिमी साथियों से एफ-16 लड़ाकू फाइटर जेट हासिल करने के करीब पहुंच गया है. इसलिए रूस इन एयरक्राफ्ट को टारगेट बनाने के लिए अपनी सेनाओं को प्रोत्साहित करने के प्रयासों को तेज कर रहा है. रूसी सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, 16 जुलाई को रशियन कंपनी फोर्स ने कहा कि वह किसी भी रूसी फाइटर को 15 मिलियन रूबल (लगभग $170,000/1,41,67,212.28 inr) का भुगतान करेगी, जो सफलतापूर्वक पहला F-16 मार गिराएगा.

तेल ड्रिलिंग इक्विपमेंट में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी के सामाजिक कार्य के उप कार्यकारी निदेशक इल्या पोटानिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक वीडियो में कनफर्म किया कि फोर्स ने पहले एफ-16 लड़ाकू जेट को मार गिराने के लिए इनाम देने की बात स्वीकार की. यह ऐलान एक समारोह के दौरान किया गया, जहां सेंटर ग्रुप के सैनिकों को पश्चिमी टैंकों के विनाश के लिए प्रमाण पत्र और भुगतान प्राप्त हुए.

पोटानिन ने कहा, 'एफ-16 लड़ाकू विमानों को नष्ट करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा. पहले विमान को नष्ट करने पर 15 मिलियन रूबल का इनाम दिया जाएगा.'

फोर्स के सीईओ सर्गेई शमोटयेव ने सबसे पहले जून में सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम के दौरान इस इनाम की घोषणा की थी. सीईओ सर्गेई शमोटयेव ने बताया कि फ़ोर्स ने पहले भी टैंक नष्ट करने के लिए इसी तरह के प्रोत्साहन की घोषणा की थी, जिसमें पहले टैंक के लिए 5 मिलियन रूबल ($55,910) और बाद के टैंक के लिए 500,000 रूबल ($5,591) का इनाम घोषित किया गया था.

डच और डेनिश सरकारों की घोषणा
इनाम की घोषणा डच और डेनिश सरकारों की हाल की घोषणाओं से मेल खाती है, जिसमें कहा गया कि पहले एफ-16 लड़ाकू जेट यूक्रेन जाने के लिए तैयार हैं और इस गर्मी में उनके उड़ान भरने की उम्मीद है.

डच प्रधानमंत्री डिक शूफ और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने खुलासा किया कि कीव को F-16 के 'ट्रांसफर की प्रक्रिया' चल रही है. दोनों नेताओं ने कहा, 'यूक्रेन इस गर्मी में परिचालन F-16 उड़ाएगा.'

कीव को अपनी युद्ध क्षमताओं को मजबूत करने के लिए लगभग 85 लड़ाकू विमानों की प्रारंभिक तैनाती का वादा किया गया. यूक्रेनी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि और भी विमान आने वाले हैं.

एफ-16 की लंबे समय से प्रतीक्षित आपूर्ति, नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग द्वारा यूक्रेन के लिए समर्थन के ‘पर्याप्त पैकेज’ के रूप में वर्णित किए गए कदम का हिस्सा है.

क्यों खतरनाक है F-16?
F-16 के मुख्य एयर कॉम्बाट हथियारों में इन्फ्रारेड होमिंग हेड्स के साथ AIM-9L साइडवाइंडर शॉर्ट-रेंज मिसाइल, मध्यम और लंबी दूरी के लिए एक्टिव रडार होमिंग हेड्स के साथ AIM-120 एडवांस्ड मीडियम-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (AMRAAM) होती हैं.

ग्राउंड अटैक मिशन के लिए, F-16 कई तरह की गाइडेड मिसाइलों और बमों से लैस है, जिसमें AGM-65G मेवरिक, GBU-12, GBU-24 और GBU-31 ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशन (JDAM) शामिल हैं. F-16 विमान छह बैरल वाली 20 मिमी वल्कन तोप से भी लैस है.

हालांकि ऐसी संभावना हैकि F-16 फाइटर जेट सीधे हवाई युद्ध से बचेंगे. इनका इस्तेमाल मुख्य रूप से यूक्रेनी क्षेत्र के भीतर हवाई रक्षा के लिए और पश्चिमी हवाई मिसाइलों को लॉन्च करने के लिए प्लेटफॉर्म के रूप में किया जाएगा.

अमेरिका निर्मित एफ-16 को यूक्रेन के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. उम्मीद है कि ये लड़ाकू विमान 70 किमी दूर से युद्धक विमानों से किए जाने वाले रूसी ग्लाइड बम हमलों का जवाब देंगे, जो यूक्रेनी सीमावर्ती ठिकानों को तबाह कर रहे हैं.

Photo courtesy - Reuters

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