Corona पर बोलीं US Diplomat Nisha Biswal, ‘भारत की मदद करें, वो मुश्किल में रहा तो दुनिया मुश्किल में आ जाएगी’
निशा देसाई बिस्वाल ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए एक ग्लोबल टास्क फोर्स बनाई गई है. जिसमें दुनिया की टॉप 40 कंपनियों के CEO शामिल हैं. इस फोर्स ने अब तक 1 हजार वेंटिलेटर्स और 25 हजार ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर्स भारत भेजे हैं. यह फोर्स अमेरिका और भारत सरकार के सीधे संपर्क में है.
वॉशिंगटन: संकट की घड़ी में पूरी दुनिया भारत (India) की मदद के लिए आगे आई है. इस बीच, टॉप अमेरिकी डिप्लोमेट और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल की प्रेसिडेंट निशा देसाई बिस्वाल (Nisha Desai Biswal) ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. बिस्वाल ने कहा है कि कोरोना (Coronavirus) महामारी के खिलाफ विश्व को भारत की हर मुमकिन मदद करनी चाहिए. क्योंकि यदि भारत में हालात बिगड़े होगा तो दुनिया भी मुश्किल में आ जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने मानवता के लिए हर बार अहम योगदान दिया है. अब हमारी बारी है उसकी मदद करने की.
US Companies ने संभाला मोर्चा
भारतीय मूल की निशा देसाई बिस्वाल 2017 तक साउथ एशिया की स्पेशल सेक्रेटरी रही थीं. इसके अलावा भी उन्होंने कई अहम पदों पर सेवाएं दी हैं. फिलहाल, वे यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (UASIBC) की अध्यक्ष हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में निशा ने कहा कि भारत में जिस तेजी से महामारी फैली, उससे पूरी दुनिया परेशान हो गई. अमेरिकी कंपनियों ने सबसे पहले यह महसूस किया कि हालात बेहद तेजी से बिगड़ रहे हैं. भारत में इन कंपनियों के कर्मचारियों ने टॉप मैनेजमेंट तक यह बातें पहुंचाईं। इसके बाद हमने भारत की मदद का फैसला किया.
Global Task Force बनाई
बिस्वाल ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए एक ग्लोबल टास्क फोर्स बनाई गई है. जिसमें दुनिया की टॉप 40 कंपनियों के CEO शामिल हैं. इस ग्रुप ने अब तक 1 हजार वेंटिलेटर्स (Ventilators) और 25 हजार ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर्स (Oxygen Concentrators) भारत भेजे हैं. खास बात यह है कि इस टास्क फोर्स की एक स्पेशल कमेटी व्हाइट हाउस, अमेरिकी विदेश और दूसरे विभागों के साथ ही भारत सरकार के भी सीधे संपर्क में है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कमेटी ने अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ बैठक की और भारत को मदद के तरीकों पर विचार किया. इसके बाद भारत के नीति आयोग से बातचीत हुई.
‘India ने सबकी मदद की थी’
अमेरिकी डिप्लोमेट ने भारत की मदद पर जोर देते हुए कहा कि जब पश्चिमी देशों में हालात खराब हो रहे थे, तब भारत ने लगातार मदद उपलब्ध कराई थी. आज जब भारत मुश्किल दौर से गुजर रहा है, तो हमें उसके साथ खड़ा होना होगा. हमें यह भी समझना होगा कि महामारी किसी एक देश के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है. गौरतलब है कि अमेरिका सहित तमाम देश कोरोना से जंग में नई दिल्ली की मदद कर रहे हैं.