वर्ष 2017 में पहली बार पूरी दुनिया में MeToo आंदोलन की शरुआत हुई थी. इसका मकसद उन लोगों को बेनकाब करना था जो अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करके महिलाओं का यौन शोषण करते हैं. लेकिन एक बार फिर MeToo सुर्खियों में है. माइक्रोसॉफ्ट के शेयरहोल्डर्स ने अपनी मीटिंग में ये फैसला किया है कि वो महिलाओं के यौन शोषण से जुड़ी कंपनी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करेंगे.