Wagner helped China: अंतरराष्ट्रीय संबंधों की समझ रखने वाले रूस और चीन की दोस्ती के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं. रूस में पुतिन के खिलाफ बगावत का ऐलान करने वाले वैगनर चीफ की सेना ने हाल ही में पुतिन के दोस्त शी जिनपिंग यानी चीन के लोगों की जान बचाई है. यानी राष्‍ट्रपति पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर ग्रुप की सेना चीन के लिए रक्षक बन कर सामने आई है. दरअसल अफ्रीकी देश सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में वैगनर ग्रुप की प्राइवेट सेना ने चीन के अगवा किए गए उन खनिकों को सकुशल आजाद कराया है जो अफ्रीकी देश में मौजूद सोने की खान में काम करते थे.


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चीन ने मांगी थी मदद


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन की कामयाबी के बाद वैगनर ने दावा किया था कि उसे 1 जुलाई को स्थानीय उग्रवादियों के एक बड़े हमले की खबर मिली थी. चीनी दूतावास ने उनसे अपने नागर‍िकों को मुक्‍त कराने के लिए मदद मांगी थी. बताया जा रहा है कि करीब तीन महीने पहले इन्हीं स्थानीय अफ्रीकी विद्रोहियों ने 9 चीनी नागरिकों की हत्‍या के बाद लूटपाट की थी. हालिया घटनाक्रम में एक बार फिर अपने लोगों को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए बीजिंग ने वैगनर ग्रुप से मदद मांगी थी. गौरतलब है कि वैगनर के लड़ाके दुनियाभर में मशहूर हैं. अगले ही दिन इस ग्रुप ने अपने सैनिकों को चीनी खनिकों को बचाने के लिए भेजा और 24 घंटे के भीतर उन्हें आजाद करा लिया था.


वैगनर ने क्यों लीक कराई खबर?


चीनी नागरिकों को मुक्‍त कराने के बाद वैगनर ने इसकी फोटो भी टेलिग्राम पर शेयर की थी. जिसमें उनके साथ कुछ चीनी नागरिक नजर आ रहे थे. जानकारों का कहना है कि चीन ऐसा शक्तिशाली देश तो ऐसी खबर लीक नहीं करेगा. इसीलिए वैगनर ने पुतिन के तख्तापलट की कोशिशों के बाद खराब हुई छवि को दुरुस्त करने के लिए जानबूझ कर ये खबर लीक की थी.