India-Russia Relations: UNSC में भारत की स्थाई सदस्यता पक्की? पुतिन ने पश्चिमी देशों को निशाना बनाते हुए कह दी ये बड़ी बात
Vladimir Putin Statement: 24 घंटे के अंदर रूसी प्रेसिडेंट पुतिन (Putin) ने दूसरी बार पीएम मोदी तारीफ की. इसके साथ ही पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार मजबूत है. इसके अलावा उन्होंने UNSC में भारत की स्थाई सदस्यता का भी समर्थन किया.
UNSC Permanent Membership: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने 24 घंटे में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तारीफ की है. पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश भारत को निशाना बना रहे हैं लेकिन भारत सरकार मजबूत है और ये और मजबूत होता जा रहा है. इसके साथ ही पुतिन ने भारत की UNSC में स्थाई सदस्यता का भी समर्थन किया. इसके अलावा व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वो हर उस व्यक्ति को दुश्मन के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जो इन पश्चिमी देशों का आंख बंद करके अनुसरण करने के लिए तैयार नहीं है.
पुतिन ने जी20 समिट पर क्या कहा?
आपको बता दें कि भारत में आयोजित हुई जी20 समिट को लेकर भी पुतिन ने बयान दिया है. पुतिन ने कहा कि यह पीएम मोदी की बड़ी सफलता है. पुतिन ने कहा कि दिल्ली शिखर सम्मेलन सफल रहा क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी वहां लिए गए निर्णयों का राजनीतिकरण होने से रोकने में कामयाब रहे.
पुतिन ने की पीएम मोदी की तारीफ
गौरतलब है कि पुतिन ने एक दिन पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी. पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को बुद्धिमान बताया था और कहा था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से प्रगति कर रहा है. जान लें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए बुद्धिमान शब्द का उपयोग तब किया, जब फाइनेंशियल सिक्योरिटी को लेकर आयोजित एक प्रोग्राम में उनसे भारत के संबंध में सवाल किया गया.
किस सेक्टर में भारत का सहयोग चाहते हैं पुतिन?
व्लादिमीर पुतिन ने इसके जवाब में कहा कि फाइनेंशियल सिक्योरिटी के एजेंडे पर काम करना रूस और भारत दोनों के हितों से मेल खाता है. इसके साथ ही पुतिन ने फाइनेंशियल सिक्योरिटी और साइबर क्राइम के खिलाफ जंग में भी भारत के सहयोग की इच्छा जताई.
वैसे तो रूस और भारत का दोस्ताना दशकों पुराना है. लेकिन मोदी के पीएम बनने के बाद दोनों देशों के बीच बिजनेस और सहयोग से ये रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत हुआ है. हालांकि, दिल्ली में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में पुतिन नहीं आए थे. लेकिन यूक्रेन जंग को लेकर हुई चर्चा के दौरान भारत ने रूस का बचाव किया था, उससे भी रूसी प्रेसिडेंट पुतिन काफी प्रभावित हैं.