WHO प्रमुख ने कहा, ' Corona अंतिम महामारी नहीं, दुनिया को आगे के संकट के लिए होना होगा तैयार'
Advertisement

WHO प्रमुख ने कहा, ' Corona अंतिम महामारी नहीं, दुनिया को आगे के संकट के लिए होना होगा तैयार'

Coronavirus Pandemic: WHO प्रमुख Tedros Adhanom Ghebreyesus ने कहा कि हम पैसे के इस्तेमाल से इस तरह के प्रकोप को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, जो 'खतरनाक ढंग से एक अदूरदर्शी' तरीका है.

WHO प्रमुख ने कहा कि लोग खतरनाक रूप से अदूरदर्शी हैं.

जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कोरोना वायरस महामारी को लेकर बड़ा दावा किया है. शनिवार 26 दिसंबर को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए  WHO चीफ ने कहा है कोरोना वायरस (Coronavirus)  दुनिया के लिए अंतिम महामारी संकट नहीं है. टेड्रोस ने कहा कि अगर हम जलवायु परिवर्तन और पशु कल्याण काे लेकर हल नहीं ढूंढ पाते, तो मानव स्वास्थ्य को बेहतर करने वाले हमारे सभी प्रयास व्यर्थ साबित होंगे. 

  1. टेड्रोस ने कहा कि लोगों को कोविड-19 महामारी से सीख लेनी चाहिए. 
  2. आने वाले संकट के लिए कोई तैयारी क्यों नहीं करते हम?
  3. एक लंबे अरसे से दुनिया डर और लापरवाही के चक्र में रहकर ही काम करती रही.

टेड्रोस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि हम पैसे के इस्तेमाल से इस तरह की महामारी के प्रकोप को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, जो 'खतरनाक ढंग से एक अदूरदर्शी' तरीका है. 

...ताकि आने वाली महामारी के लिए तैयार हो सकें

International Day of Epidemic Preparedness के पहले दिन रविवार को एक वीडियो मैसेज जारी कर WHO प्रमुख ने कहा कि लोग खतरनाक रूप से अदूरदर्शी हैं. वो Coronavirus महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं. लेकिन ऐसा कुछ नहीं कर रहे जिससे आने वाली महामारी के लिए तैयार हो सकें. 

टेड्रोस ने कहा कि लोगों को कोविड-19 (COVID-19) महामारी से सीख लेनी चाहिए.  एक लंबे अरसे से दुनिया डर और लापरवाही के चक्र में रहकर ही काम करती रही है.  हम एक महामारी पर पैसे खर्च करते हैं, फिर जब वो खत्म हो जाती है, तो भूल जाते हैं और आने वाले संकट के लिए कोई तैयारी नहीं करते. ये समझना बहुत मुश्किल है कि हमारी सोच ऐसी क्यों हैं, हम आगे के बारे में क्यों नहीं सोच पाते?

Nepal में राजनीतिक उठापटक से परेशान China, सुलह कराने अपने शीर्ष नेता को भेजा

महामारियां जीवन का सच 

इतिहास हमें बताता है कि ये अंतिम महामारी नहीं है और ऐसी महामारियां जीवन का सच हैं. Coronavirus महामारी ने मनुष्यों, जानवरों के स्वास्थ्य और इस ग्रह के बीच महत्वपूर्ण कड़ी को उजागर किया है. इसलिए अगर हम इंसानों और जानवरों के बीच इस कड़ी और क्लाइमेट चेंज के प्रभावों  पर काम नहीं करते, तो मानव स्वास्थ्य  को बेहतर बनाने के हमारे सभी प्रयास विफल हो जाएंगे. क्लाइमेट चेंज की वजह से हमारी धरती रहने के लिहाज से कम योग्य होती जा रही है. 

टेड्रोस ने कहा कि पिछले 12 महीनों में हमारी दुनिया पूरी तरह से पलट गई. महामारी का प्रभाव बस एक बीमारी के तौर पर नहीं होगा, बल्कि समुदायों और अर्थव्यवस्थाओं पर इसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे. 

VIDEO

Trending news