EVM Controversy in USA: टेस्ला, एक्स और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने कहा है कि हमें ईवीएम खत्म कर देना चाहिए. उन्होंने यह टिप्पणी प्यूर्टो रिको के हालिया प्राथमिक चुनावों में अनियमितताओं के आरोपों के बीच कही है.


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टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने हैकिंग के जोखिम का हवाला देते हुए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के उपयोग पर रोक लगाने सलाह दी है. मस्क की यह टिप्पणी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने ये बातें दुनिया भर में ईवीएम की सुरक्षा पर बढ़ती बहस के बीच आई है. हाल ही प्यूर्टो रिको के प्राथमिक चुनावों में EVM में अनियमितताओं के आरोप लगे थे. प्यूर्टो रिको में डेमोक्रेटिक प्रेजिडेंशियल प्राइमरी इलेक्शन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जीत हासिल की थी. 


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मस्क ने लिखा है, "हमें EVM मशीनों को खत्म कर देना चाहिए. ईवीएम को इंसानों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम है, हालांकि कम है लेकिन फिर भी बहुत अधिक है."



अमेरिका में EVM को लेकर जारी बहस


अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इंडिपेंडेंट कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ रहे कैनेडी जूनियर ने भी चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लगाने और कागजी मतपत्रों यानी बैलेट बॉक्स की वकालत की है. कैनेडी का कहना है कि इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि प्रत्येक वोट की गिनती हो और चुनाव सुरक्षित हो.


हालांकि, ऐसे समय में जब अमेरिका में ईवीएम को लेकर चिंताएं जोर पकड़ रही हैं. भारत में इसका पूरा विपरीत है. भारत ईवीएम की तीसरी पीढ़ी का उपयोग करता है, जिसे M3EVM कहा जाता है. इस ईवीएम को टेंपर प्रूफ यानी छेड़छाड़-रोधी डिजाइन किया गया है. अगर इस मशीन से कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश करता है तो मशीन ऑटोमेटिक सेफ्टी मोड में प्रवेश कर जाती है. 


भारत के तीन प्रतिष्ठित आईआईटी के प्रोफेसरों की टीम ने इन ईवीएम को डेवलप करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. EVM को लेकर भारतीय चुनाव आयोग के पास एक बेहतरीन टेक्निकल एक्सपर्ट कमिटी (टीईसी) है. टीईसी ही यह सुनिश्चित करती है कि ईवीएम मजबूत और सुरक्षित हो.