Maldives President Mohamed Muizzu U-Turn: पिछले साल नवंबर में चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू के मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया था. हालांकि, भारत के सख्त रुख को देखते हुए मुइज्जू के तेवर जल्दी ही नरम पड़ गए.
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India-Maldives Bilateral Relationship: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने ‘इंडिया आउट’ एजेंडा होने से इनकार किया. अपने यू-टर्न के बाद उन्होंने कहा कि उनके द्वीप राष्ट्र मालदीव को अपनी धरती पर विदेशी सेना की मौजूदगी से ‘गंभीर समस्या’ है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के साथ मालदीव के बेहद मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं.
मालदीव के लोग देश में एक भी विदेशी सैनिक नहीं चाहते, मुइज्जू की सफाई
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 79वें सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका पहुंचे मुइज्जू ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के ‘डीन्स लीडरशिप सीरीज’ में एक सवाल का जवाब देते हुए यह बयान दिया था. मालदीव के एक न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक, मुइज्जू ने कहा, “हम कभी भी किसी एक देश के खिलाफ नहीं रहे हैं. यह ‘इंडिया आउट’ नहीं है. मालदीव को अपनी धरती पर विदेशी सेना की मौजूदगी से गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा है. मालदीव के लोग देश में एक भी विदेशी सैनिक नहीं चाहते.”
भारत आने वाले हैं मुइज्जू, दोहराई भारत के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंध की बात
इसके बाद न्यूयॉर्क में यूएनजीए के सत्र के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा, "मैं जल्द से जल्द (भारत) यात्रा की योजना बना रहा हूं. हमारे बीच बहुत मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं." सूत्रों के मुताबिक, मुइज्जू 6-10 अक्टूबर के दौरान द्विपक्षीय यात्रा के लिए भारत में रहेंगे. 7 अक्टूबर को पीएम मोदी के साथ उनकी बैठकें होने की संभावना है. इसके पहले, मोहम्मद मुइज्जू 9 जून, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए छह अन्य क्षेत्रीय देशों के नेताओं के साथ नई दिल्ली आए थे.
#WATCH | New York, US: Maldives President Mohamed Muizzu says, "I am planning to visit (India) as soon as possible. We have a very strong bilateral relationship." pic.twitter.com/N4zlawApPp
— ANI (@ANI) September 27, 2024
चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू के मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद तनाव
पिछले साल नवंबर में चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू के मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया था. मुइज्जू ने भारत से कहा था कि वह देश द्वारा उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफ़ॉर्म का संचालन करने वाले लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुला ले. भारत ने 10 मई तक अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया और उनकी जगह एक डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों का संचालन करने के लिए नागरिक कर्मियों को तैनात कर दिया.
पीएम मोदी पर बेतुके बोल के लिए दो उप-मंत्रियों को निकालने का हवाला
मोहम्मद मुइज्जू ने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने वाले मालदीव के उप-मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की है. रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया है, "किसी को भी ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए. मैंने इसके खिलाफ कार्रवाई की है. मैं किसी का भी इस तरह अपमान करना स्वीकार नहीं करूंगा, चाहे वह नेता हो या कोई आम इंसान. हर इंसान की अपनी प्रतिष्ठा होती है."
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पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर मालदीव में मच गया था हंगामा
इस साल की शुरुआत में, 2 और 3 जनवरी को पीएम मोदी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए लक्षद्वीप में थे. पीएम मोदी की यात्रा को केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का एक प्रयास बताया जा रहा था. लक्षद्वीप की यात्रा के बाद पीएम मोदी की एक्स पर पोस्ट को लेकर मालदीव के उप-मंत्रियों ने आलोचना की थी. नई दिल्ली ने माले के समक्ष इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया था. इसके बाद, मालदीव के युवा मंत्रालय के उप-मंत्रियों को पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए निलंबित कर दिया गया था.