नई दिल्ली: Vastu Dosh: वास्तु का प्रभाव मनुष्य के शरीर पर भी पड़ता है. बहुत बार ऐसा होता है कि दवा का पूरा कोर्स लेने के बाद बीमारियां मनुष्य का पीछा नहीं छोड़ती हैं. जबकि शास्त्रों में निरोगी काया को प्रथम सुख माना गया है. लेकिन घर पर लगा वास्तु दोष मनुष्य को बीमार बना सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप उन बीमारियों को पहचानें, जो वास्तु दोष के कारण लगी हैं. दक्षिण और पश्चिम दिशा निर्माण रहित हो तो भी ऐसी स्थिति उत्त्पन्न होती है. इसलिए जरूरी है कि आप इस दोष से मुक्ति पाएं.
अनिद्रा की समस्या
यदि उत्तर दिशा की ओर हल्का और दक्षिण व पश्चिम में भारी निर्माण होता है, तो यह आपकी नींद के लिए अच्छा नहीं है. उत्तर में भारी निर्माण और दक्षिण व पश्चिम निर्माण रहित हो, तब भी यह समस्या उतपन्न हो सकती है. अनिद्रा से आपके अंदर कई तरह की बीमारियां घर कर लेती हैं, यही कारण है कि इसे जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए.
चक्कर, बेचैनी और सिरदर्द
यदि घर का मुखिया अग्निकोण या वायव्य कोण में सोता है या उत्तर में सिर व दक्षिण में पैर करके सोए तब भी बेचैनी या सिरदर्द हो सकता है. माना जाता है कि दक्षिण या पूर्व में पैर करके सोने पर धन आगमन और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
हार्ट अटैक, लकवा और स्नायु रोग
दक्षिण-पश्चिम दिशा में प्रवेश द्वार, हल्की चारदीवारी या खाली जगह पड़ी है, तो यह वास्तु दोष का कारण हो सकता है. इससे हार्ट अटैक, लकवा व स्नायु रोग हो सकते हैं.
हड्डी के रोग
रसोई में भोजन बनाते हुए गृहणी का मुख दक्षिण दिशा की ओर है तो त्वचा एवं हड्डी के रोग हो सकते हैं. दक्षिण दिशा में मुख करके खाना पकाने से पैरों में दर्द भी बढ़ सकता है. पश्चिम दिशा में मुख करके खाना पकाने से आंख, नाक, कान और गले से जुड़ी समस्याएं उतपन्न हो सकती हैं. पूर्व दिशा में चेहरा करके भोजन बनाना सबसे श्रेष्ठ माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
ये भी पढ़ें- Swapna Shastra: सपने में नजर आया क्रैश होता हुआ प्लेन, तो अभी से हो जाएं सतर्क!
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.