Pitra Dosh Remedies जीवन में कई ज्ञात और अज्ञात शक्तियां होती हैं जो हमारा मार्ग निर्धारित करती हैं. ज्ञात शक्तियों को हम एक हद तक नियंत्रित कर सकते हैं जबकि अज्ञात शक्तियां कई बार हमें परेशान कर देती हैं. पितृ ऋण या पूर्वजों का ऋण उन अज्ञात शक्तियों में से एक है जो हमारे जीवन में परेशानियों और बाधाओं का कारण बनता है. ऋण कुल 5 प्रकार के होते हैं- देव ऋण, पितृ ऋण, गुरु ऋण, लोक ऋण और भूत ऋण.
पितृ ऋण क्या है?
पितृ ऋण माता-पिता का ऋण है. हमारे माता-पिता हमें जन्म देते हैं, हमें प्यार से बड़ा करते हैं, ज्ञान देते हैं और हमारी इच्छाओं को पूरा करते हैं. माता-पिता के इस कर्ज को चुकाने के लिए जरूरी है कि बच्चे जरूरत के समय और बुढ़ापे में अपने माता-पिता की देखभाल करें. किसी व्यक्ति की कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति आपके जीवन में पितृ ऋण के प्रभाव को निर्धारित कर सकती है.
पितृ ऋण पितृ दोष से अलग होता है. पितृ ऋण को अनदेखा या नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह हमारे जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करता है. यह शिक्षा, स्वास्थ्य, विवाह में देरी, संतान, अवसाद, करियर, वित्त और मानसिक शांति जैसी समस्याओं का कारण बनता है. ज्योतिष के अनुसार, पितृ ऋण का संकल्प दिन के समय में करना चाहिए न कि सूर्य के अस्त होने के बाद.
पितृ ऋण के उपाय
- रक्त से संबंधित सभी भाई-बहनों से समान राशि एकत्र करें और इस राशि को उसी दिन किसी मंदिर या धार्मिक संस्था को दान कर दें.
- अगर पैतृक संपत्ति के भीतर या उसके बहुत करीब कोई मंदिर स्थित है, तो जातक को मंदिर की मरम्मत का ध्यान रखना चाहिए.
- अगर घर के पास पीपल का पेड़ हो तो उसकी देखभाल करनी चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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