Krishna Janmashtami 2022: कृष्ण जन्माष्टमी कब है? जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल

Krishna Janmashtami 2022: आज गुरुवार है. गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. विष्णु भगवान को श्री हरि भी कहा जाता है. गुरुवार के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इस दिन उनकी आरती जरूर करें.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 18, 2022, 05:47 AM IST
  • मनचाहा वरदान देते हैं भगवान विष्णु
  • फलदायी माना जाता है गुरुवार का व्रत
Krishna Janmashtami 2022: कृष्ण जन्माष्टमी कब है? जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल

नई दिल्लीः Krishna Janmashtami 2022: आज गुरुवार है. गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. विष्णु भगवान को श्री हरि भी कहा जाता है. गुरुवार के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इस दिन उनकी आरती जरूर करें.

मनचाहा वरदान देते हैं भगवान विष्णु
भगवान की आरती करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि जो भक्त आज सच्चे मन से उनकी पूजा-पाठ करता है, भगवान उससे खुश होकर मनचाहा वरदान देते हैं और घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है.

फलदायी माना जाता है गुरुवार का व्रत
गुरुवार का दिन भी हिंदू धर्म में महत्व रखता है. गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देवताओं के गुरु बृहस्पति को समर्पित होता है. बृहस्पतिवार व्रत बहुत ही फलदायी माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु व बृहस्पति देव की पूजा का विधान है.

गुरुवार को केले की पूजा की जाती है
बृहस्पतिवार के दिन भगवान श्रीहरि की पूजा की जाती है. इस दिन विधि पूर्वक भगवान श्रीहरि विष्णु का व्रत रखने और पूजन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन केले के पेड़ की भी पूजा की जाती है, क्योंकि केले के पेड़ को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और भगवान विष्णु की पूजा में केले के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है.

इस दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव की पूजा की भी विधान होता है. बृहस्पति देव को बुद्धि का कारक माना जाता है. इस व्रत को करने से बृहस्पति देव अति प्रसन्न होते हैं तथा धन और विद्या का लाभ होता है.

आज का पंचांग
भाद्रपद - कृष्ण पक्ष - सप्तमी तिथि - गुरुवार
नक्षत्र - भरणी नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग - वृद्धि योग
चंद्रमा का मेष राशि पर संचरण
आज का शुभ मुहूर्त - रवि योग सूर्योदय से रात्रि 23.46 तक
राहु काल - 02.06 बजे से 03.42 बजे तक

कल मानी जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी
आज रात्रि 09.21 बजे तक सप्तमी तिथि है. इसके उपरांत अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र का आगमन कल 23:34 पर होगा. कृष्ण जन्माष्टमी कल ही मानी जाएगी.

गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए
आज सायंकाल से पहले देवी दुर्गा के नौ पिंडों पर गाय के दूध में बिना चीनी की खीर बनाकर वटवृक्ष के पत्तों पर अर्पित करते हुए अपनी मनोकामना का स्मरण करें.

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