नई दिल्लीः सनातन परंपरा और हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी के तौर पर जाना जाता है. यह वही खास दिन है, जब श्रीहरि विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया था.


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उन्होंने देवताओं को उनके अमृत का भाग देने के लिए असुरों के साथ छल का सहारा लिया था. यह छल उन्होंने इसलिए किया था ताकि सृ्ष्टि में धर्म का प्रसार हो सके. 


मोहिनी एकादशी की कथा
ऋषि दुर्वासा के श्राप के चलते जब सभी देवता स्वर्ग से हाथ धो बैठे और उनकी सारी संपत्ति सागर में लुप्त हो गई तब भगवान विष्णु की सलाह पर उन्होंने राक्षसों के साथ मिलकर समुद्र मंथन किया. राक्षस समुद्र मंथन के लिए अमृत के लालच में तैयार हो गए. क्योंकि उनके गुरु शुक्राचार्य के पास संजीवनी विद्या तो थी,


लेकिन अगर दैत्यगुरु को कुछ हो जाता तो यह विद्या असुरों के किसी काम नहीं आ सकती थी. जब समुद्र मंथन से अमृत निकला तब देवताओं और असुरों के बीच इसे लेकर भयानक युद्ध छिड़ गया. असुर अमृत लेकर भाग गए.



तब जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया और असुरों को अपने मोह जाल में फंसाते हुए उनसे अमृत लेकर देवताओं को पिला दिया. 


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मोहिनी एकादशी तिथि, दिन व पारण मुहूर्त
मोहिनी एकादशी को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. दशमी तिथि के लोप के कारण 22 मई को एकादशी तिथि की शुरुआत हो रही है, लेकिन 23 मई को उदया तिथि होने के कारण व्रत का पालन 23 मई को ही किया जा रहा है. 
मोहिनी एकादशी तिथि : 23 मई 2021, दिन- रविवार


मोहिनी एकादशी पारणा मुहूर्त : 23 मई को 05:26:08 से 24 मई को 08:10:52 तक
अवधि : 02 घंटे 44 मिनट


मोहिनी एकादशी पर किए जाने वाले उपाय
अगर आप जीवन में आत्मिक शांति चाहते हैं, कर्ज में फंसे हैं, विद्या और नौकरी जैसा संकट है या किसी बीमारी में लाभ नहीं हो रहा है तो मोहिनी एकादशी के दिन कुछ खास उपाय करने सा आपको लाभ हो सकता है. 


मोहिनी एकादशी की सुबह भगवान विष्णु का केसर के दूध से अभिषेक करें, इससे आपके जीवन में सुख और समृद्धि आएगी.


धन लाभ के लिए मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करें, ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति भी होगी.



एकादशी पर दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करने से भी भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं. इससे धन लाभ होता है.


एकादशी पर तुलसी की माला से ओम नमो वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें. ऐसा करना आपके लिए कल्याणकारी रहेगा.


भगवान विष्णु को पीले फूल जरूर चढ़ाएं, ऐसा करने से आपकी हर मनोकामना पूरी होगी. इस दिन पीले फल, कपड़े और अनाज भगवान विष्णु को चढ़ाएं. बाद में ये सभी चीजें दान कर दें.


पीपल के वृक्ष पर जल जरूर चढ़ाएं. पीपल में भगवान विष्णु का वास माना गया है. ऐसा करने से कर्ज से छुटकारा मिलता है.


मोहिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को तुलसी मिश्रित खीर का भोग लगाएं. इससे घर में शांति बनी रहती है.


मोहिनी एकादशी पर शाम के वक्त तुलसी के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं और ‘ॐ वासुदेवाय नमः’ का जप करते हुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और कोई कष्ट नहीं आता.


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