नई दिल्लीः Mokshada Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में एकादशी का दिन बहुत शुभ माना गया है. शास्त्रों की मानें, तो एक साल में लगभग 24 एकादशी पड़ती है. इस साल की आखिरी एकादशी शुक्रवार 22 दिसंबर को मनाई जाएगी. शास्त्रों में इसे मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की सच्चे मन से आराधना करने से इंसानी जीवन की सभी परेशानियां धीरे-धीरे गायब हो जाती हैं.
भगवान विष्णु को समर्पित है एकादशी का व्रत
शास्त्रों की मानें, तो एकादशी का व्रत मूलरूप से तीनों लोकों के स्वामी भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन शास्त्रों में बताए गए नियमों को ध्यान में रख कर पूजा पाठ करने से भगवान विष्णु बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. हालांकि, कुछ काम ऐसे भी हैं, जिन्हें हमें एकादशी के दिन करने से बचना चाहिए. ऐसे में आइए जानते हैं उन कामों के बारे में, जिन्हें हमें मोक्षदा एकादशी के दिन करने से बचना चाहिए.
मोक्षदा एकादशी पर भूलकर भी न करें ये 5 काम
1. मोक्षदा एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी के पौधे में जल अर्पित न करें. शास्त्रों की मानें, तो तुलसी देवी इस दिन निर्जला व्रत करती हैं. ऐसे में उन्हें जल अर्पित करने से इंसान पाप का भागीदार बन सकता है.
2. इस दिन क्रोध, हिंसा या मन में किसी भी तरह के बुरे विचार को नहीं लाना चाहिए. अन्यथा आप मोक्षदा एकादशी के शुभ फल से वंचित रह जाएंगे.
3. शास्त्रों के अनुसार इस दिन हमें चावल का भी सेवन नहीं करना चाहिए.
4. इसके साथ ही बाल और नाखुन को नहीं काटना चाहिए. अगर आप एकादशी व्रत के व्रती हैं, तो इस दिन सुबह देर तक भूलकर भी न सोएं.
5. मोक्षदा एकादशी के शुभ मौके पर चोरी, गुस्सा और हिंसा करने से बचें. साथ ही फूल और पेड़ की पत्तियों को भी तोड़ने से बचें.
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