नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव का छठा चरण बीतने के बाद अब केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी ने अंतिम चरण के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश में प्रचार कर रहे हैं. पीएम मोदी ने रविवार को मिर्जापुर, घोसी और गोरखपुर में चुनाव प्रचार किया है. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के आरा और कैमूर में प्रचार किया. अमित शाह शाम 5:30 बजे पंजाब के लुधियाना में जनसभा संबोधित करेंगे.
अमित शाह के अलावा बिहार में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के खाते में भी तीन जनसभाएं हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की भी चुनावी रैलियां हैं. कांग्रेस की तरफ से आज राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश में प्रचार की कमान संभाली है.
घोसी में पीएम लगाया माफिया को संरक्षण देने का आरोप
घोसी लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर के समर्थन में पीएम नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने सपा और कांग्रेस पर पूर्वांचल को उपेक्षित रखने, लाचारी का क्षेत्र बनाने के साथ-साथ माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया.
सपा-कांग्रेस वाले अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए बाबासाहेब के संविधान को बदलना चाहते हैं। पूर्वांचल की जनता इस साजिश को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। बांसगांव में अपनों के बीच हूं। https://t.co/Xo3BxtODlM
— Narendra Modi (@narendramodi) May 26, 2024
पीएम ने कहा-सपा और कांग्रेस के परिवारों की वंशवादी मानसिकता ने पूर्वांचल को माफिया, गरीबी और लाचारी का क्षेत्र बना दिया है. इंडिया गठबंधन से जुड़े लोग, जिन्होंने आपके घरों में आग लगाई, जमीन पर कब्जा किया, जिन्होंने दंगाइयों का हौसला बढ़ाया, जिन्होंने माफिया के लिए आंसू बहाए, जिन्होंने इस क्षेत्र के साथ विश्वासघात किया, ऐसे लोगों को पूर्वांचल में पैर रखने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए. सपा और कांग्रेस के भाई-भतीजावाद ने पूर्वांचल को माफिया क्षेत्र बना दिया था.
कांग्रेस पर साधा निशाना
पीएम ने कहा-कांग्रेस ने 2014 से पहले एक और रास्ता खोजा. यह रास्ता है स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अल्पसंख्यक घोषित करना. इसके लिए कांग्रेस ने रातों-रात कानून बदल दिया. कांग्रेस ने शैक्षणिक प्रतिष्ठानों को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित किया और वहां मुसलमानों को आरक्षण दिया. इंडिया गठबंधन भारत के बहुसंख्यक समुदाय को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहता है.