राजस्थान चुनाव: गहलोत-पायलट के खिलाफ मजबूत प्रत्याशियों की तलाश में BJP

बीजेपी ने राज्य में अब तक 124 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं लेकिन गहलोत और पायलट की सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. इन दोनों नेताओं के खिलाफ बीजेपी ऐसे प्रत्याशियों की तलाश कर रही है जो चुनावी मैदान जीत सकें. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 28, 2023, 04:21 PM IST
  • गहलोत-पायलट की सीट पर प्रत्याशियों की तलाश.
  • विशेष रणनीति पर काम कर रही है बीजेपी.
राजस्थान चुनाव: गहलोत-पायलट के खिलाफ मजबूत प्रत्याशियों की तलाश में BJP

जयपुर. राजस्थान में विपक्षी बीजेपी सत्तारूढ़ कांग्रेस के दो सबसे लोकप्रिय और मजबूत नेताओं के खिलाफ प्रत्याशियों की तलाश में है. ये नेता हैं सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट. बीजेपी ने राज्य में अब तक 124 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं लेकिन गहलोत और पायलट की सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. इन दोनों नेताओं के खिलाफ बीजेपी ऐसे प्रत्याशियों की तलाश कर रही है जो चुनावी मैदान जीत सकें. 

कौन बनेगा सरदारपुरा का सरदार?
बीजेपी को सरदारपुरा में अशोक गहलोत के लिए एक चुनौती खोजने में कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. वहीं उसे सचिन पायलट के गढ़ टोंक में उन्‍हें टक्कर देने के लिए भी सही उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक-अशोक गहलोत सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक हैं. चतुर राजनेता के प्रभुत्व वाली इस दशकों पुरानी सीट पर मुख्यमंत्री से मुकाबला करने के लिए बीजेपी एक विशेष रणनीति अपनाना चाहती है. उन्हें ऐसे मजबूत चेहरे को मैदान में उतारना होगा जो ना सिर्फ गहलोत को चुनौती दे बल्कि वहां का राजनीतिक समीकरण भी बदल दे.'

राजघराने के संपर्क में बीजेपी?
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी आलाकमान जोधपुर के पूर्व राजघराने के संपर्क में है. हाल ही में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोधपुर दौरे पर गए थे तो पूर्व राजपरिवार के सदस्य गज सिंह ने भी एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया था. दोनों के बीच 15-20 मिनट तक आमने-सामने मुलाकात हुई. बीजेपी आलाकमान चाहता है कि इसी चुनाव में पूर्व राजपरिवार का कोई सदस्य राजनीति में सक्रिय हो. हालांकि, पूर्व राजपरिवार ने अभी तक इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है.

पिछले दिनों भाजपा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से सरदारपुरा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा की थी, लेकिन बात नहीं बनी और पार्टी गहलोत से मुकाबले के लिए किसी ताकतवर नेता की तलाश जारी रखे हुए है.

सचिन के गढ़ में क्या है हालत?
दूसरी तरफ टोंक में भी बीजेपी को कोई मजबूत स्थानीय नेता नहीं मिल पा रहा है. बीच में सुखबीर सिंह जौनपुरिया को भी शामिल करने की कोशिश की थी, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी. अब टोंक सीट के लिए दक्षिणी दिल्ली से सांसद और गुर्जर नेता रमेश बिधूड़ी का नाम चर्चा में है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वह राजस्थान से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, हालांकि उन्हें अक्सर पार्टी के लिए पूर्वी राजस्थान में प्रचार करते देखा गया है. पूर्व विधायक अजीत मेहता का नाम भी उछल रहा है.

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