UP Election 2022: नोएडा आकर योगी ने तोड़ा वो मिथक जिसके डर से NCR आने में डरते थे सभी सीएम

ये अब लगभग तय हो गया है कि यूपी में दोबारा बीजेपी सत्ता में वापसी करने जा रही है और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे. बीजेपी ने इस जीत के साथ कई मिथकों को तोड़ दिया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 10, 2022, 02:23 PM IST
  • सियासी 'अपशकुन' का दाग मिटा
  • 20 बार से अधिक नोएडा आए योगी
UP Election 2022: नोएडा आकर योगी ने तोड़ा वो मिथक जिसके डर से NCR आने में डरते थे सभी सीएम

नोएडा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों की तस्वीर अब लगभग साफ हो चुकी है. ये अब लगभग तय हो गया है कि यूपी में दोबारा बीजेपी सत्ता में वापसी करने जा रही है और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे. बीजेपी ने इस जीत के साथ कई मिथकों को तोड़ दिया है.

जैसे यूपी में 37 साल बाद ये मौका आया है जब कोई सरकार पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा सत्ता में वापसी कर रही है. तो वहीं योगी आदित्यनाथ ने भी कई मिथकों को तोड़ते हुए सियासत का नया इतिहास लिखा है. 

सियासी 'अपशकुन' का दाग मिटा
योगी की जीत के साथ नोएडा पर लगा सियासी 'अपशकुन' का दाग भी आज मिट गया. दरअसल, नोएडा को लेकर ये कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री अपने शासनकाल के दौरान यहां आता है उसकी कुर्सी चली जाती है. लेकिन योगी ने इस मिथक को भी इस चुनाव में तोड़ दिया.  

20 बार से अधिक नोएडा आए योगी
बता दें कि जब 2017 में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने थे तो उनसे नोएडा जाने को लेकर सवाल किया गया था, तो उन्होंने कहा था कि वो ये सब नहीं मानते हैं और वो इस मिथक को तोड़ के दिखाएंगे. और हुआ भी कुछ ऐसा. जानकारी के अनुसार, अपने पांच साल के कार्यकाल में योगी आदित्यनाथ करीब 20 बार से अधिक नोएडा आए. जबकि अखिलेश यादव अपने 5 साल के कार्यकाल में ऐसा करने से लगातार बचते रहे.

मायावती ने  2011 में किया था दौरा
अखिलेश से पहले मुलायम सिंह यादव और राजनाथ सिंह ने भी नोएडा का दौरा नहीं किया था. जबकि मायावती 2007 से  2011 के बीच 3 नोएडा गई थी और 2012 में वो सत्ता से बाहर हो गई. हालांकि, योगी बिना परवाह किए लगातार नोएडा जाते रहे और अब अपनी जीत के साथ उन्होंने अपने विरोधियों की बोलती भी बंद कर दी.

ऐसे हुई शुरुआत
दरअसल, 1988 में नोएडा आने के बाद सीएम वीर बहादुर सिंह चुनाव हार गए थे. इसके बाद नारायण दत्त तिवारी, कल्याण सिंह और मुलायम सिंह यादव की कुर्सी भी नोएडा आने के बाद चली गई. इसके बाद नोएडा सियासी तौर पर मुख्यमंत्रियों के लिए अपशकुनी बन गया.

योगी ने बनाया ये रिकॉर्ड
वहीं, अपनी जीत के साथ योगी ने एक बार रिकॉर्ड बनाया है. दरअसल, 1985 के बाद ये पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार सीएम बनने जा रहे हैं. इससे पहले 1954 और 1960 में संपूर्णनंद और 1984, 1985 में नारायण तिवारी के नाम ये रिकॉर्ड दर्ज है.

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