नई दिल्ली: बॉलीवुड के ट्रेजडी किंग उर्फ दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने बुधवार को हमेशा के लिए इस दुनिया कह दिया. ऐसे में पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर छाई हुई है. दिलीप कुमार ने अपने 6 दशक के करियर के दौरान हिंदी फिल्मों में कई शीर्ष अभिनेत्रियों के साथ पर्दे पर रोमांस किया है. ऐसा कहा जाता है कि अभिनेता ने हमेशा अपने युग की शीर्ष अभिनेत्रियों के विपरीत अभिनय करना चुना. उनकी यादगार ऑन-स्क्रीन जोड़ियों ने हंसी से लेकर आंसुओं तक हर भावना को जगाया है, और कभी-कभी बॉलीवुड गपशप को भी गुदगुदाया है.
दिलीप कुमार ने 1944 में फिल्म 'ज्वार भाटा' में एक अभिनेता के रूप में शुरूआत की. तब से, वर्षों से, उस युग की शीर्ष अभिनेत्रियों ने अभिनेता के विपरीत हिट फिल्में दी हैं. पेश हैं ऐसी ही 5 हीरोइनों के बारे में जिन्होंने दिलीप कुमार के साथ बेहतरीन जोड़ी बनाई.
नरगिस (Nargis)
पिछली फिल्मों में अभिनेत्री के साथ रोमांस करने के बाद 1957 में दिलीप कुमार ने 'मदर इंडिया' में नरगिस के बेटे की भूमिका निभाने से इनकार कर दिया था. नरगिस ने दिलीप कुमार के साथ 'अनोखा प्यार' (1948) से 'दीदार' (1951) तक 7 फिल्मों में अभिनय किया.
उन्होंने 'मेला' (1948) में परिस्थितियों से अलग होकर बचपन की प्रेमिका की भूमिका निभाई. नरगिस, दिलीप कुमार और राज कपूर (Raj Kapoor) अभिनीत सुपरहिट फिल्म 'अंदाज' (1949) एक प्रेम त्रिकोण थी. 1950 में दो फिल्में आईं, 'बाबुल' और 'जोगन'
वैजयंती माला (Vyjayanthimala)
'कौन कम्बख्त बरदाश्त करने के लिए पीता है?' देवदास फिल्म का डायलॉग, जो दिलीप कुमार की बेहतरीन फिल्मों में से एक है. इस में वैजयंतीमाला ने चंद्रमुखी का रोल किया था. इस जोड़ी ने देवदास, मधुमती और गंगा जमना में पर्दे पर रोमांस किया. उन्होंने नया दौर (1957) से पैघम से लीडर (1964) और संघर्ष (1968) तक एक साथ 7 फिल्मों में काम किया.
मधुबाला (Madhubala)
मधुबाला और दिलीप कुमार की जोड़ी कयामती और सपनों जैसी थी. ऐसा कहा जाता है कि फिल्म मुगल-ए-आजम में उनकी जोड़ी उनके दुखद प्रेम के लिए एक श्रद्धांजलि थी. इस जोड़ी की पहली फिल्म तराना (1951) थी. बाद में उन्होंने संगदिल (1952) और अमर (1954) में काम किया.
मीना कुमारी (Meena Kumari)
मीना कुमारी बॉलीवुड की ट्रेजेडी क्वीन थीं जबकि दिलीप कुमार ट्रेजेडी किंग थे. फिर भी, दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने हल्की-फुल्की फिल्मों आजाद (1955) और कोहिनूर (1960) में एक साथ काम किया, जहां दोनों ने हंसमुख भूमिकाएं कीं. उन्होंने फुट पाथ (1953) और याहुदी (1958) में भी एक साथ अभिनय किया.
सायरा बानो (Saira Banu)
ऐसा कहा जाता है कि शुरुआत में दिलीप कुमार ने सायरा बानो के साथ जोड़ी बनाने से इनकार कर दिया था और कहा कि वह उनके लिए बहुत छोटी हैं.
उनकी वास्तविक जीवन की नायिका सायरा ने शादी के बाद गोपी (1970), सगीना (1974) और बैराग (1976) जैसी फिल्में कीं.
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