सुशांत खुद को नहीं मार सकता, बताते हैं डायरी के पंद्रह पन्ने

सुशांत हत्या मामले में अब जांचकर्ताओं की मदद करेंगे सुशांत की डायरी के 15 पन्ने.  जिसमें सुशांत की जिंदादिली और उसके सपनों का जिक्र है खुद उनकी ही कलम से..

Written by - Parijat Tripathi | Last Updated : Aug 15, 2020, 11:17 AM IST
    • सुशांत की डायरी के 15 पन्ने सामने आये हैं
    • पहले ही मिल गईं थीं पांच डायरियां
    • करियर और ज़िंदगी की प्लानिंग की थी सुशांत ने
    • फ्लो चार्ट बना कर तैयार की थी योजनाएं
सुशांत खुद को नहीं मार सकता, बताते हैं डायरी के पंद्रह पन्ने

नई दिल्ली.  कहां है मुंबई पुलिस? मुंबई की आत्महत्या विशेषज्ञ मुंबई पुलिस को ये जानना चाहिए कि सपने देखने वाले मरा नहीं करते और ज़िंदादिल लोग ख़ुदकुशी नहीं करते. सुशांत के हाथ से लिखे उनकी डायरी के पंद्रह पन्नों ने ज़ाहिर किया है कि  अपनी टीम और राइटर्स का एक पूल बनाना चाहते थे सुशांत और वे बहुत जल्द हॉलीवुड की दुनिया में कदम रखने वाले थे..

 

 

मिली थीं पांच डायरियां 

ये डायरियां आज नहीं पहले ही मिल चुकी हैं जब सुशांत की मौत पर ताज़ा ताज़ा जांच की गई थी तब उनके घर से 5 डायरीज पुलिस ने जब्त की थी. इनमें से एक डायरी के पन्नों पर सुशांत ने अपनी बहन प्रियंका का नाम भी लिखा था. और एक डायरी में तो ये भी लिखा है सुशांत ने कि एक्टिंग का करियर संवारने के लिए क्या करना चाहिए. 

करियर और ज़िंदगी की प्लानिंग की थी सुशांत ने 

डायरियां पहले ही मिल चुकी थीं लेकिन अब वे खुल चुकी हैं. सुशांत सिंह राजपूत की इन डायरियों में से एक में खुले 15 पन्नों ने कई खुलासे किये हैं. ये पंद्रह पन्ने बता रहे हैं कि सुशांत ने अपने फ़िल्मी करियर और जीवन को बेहतर करने के लिए एक सशक्त योजना तैयार की थी. उन्होंने अपने सफर को बॉलीवुड से हॉलीवुड तक पहुंचाने की योजना बनाई थी. एक डायरी में इस वर्ष 2020 के लिए भी अपने प्लान्स तैयार किये थे सुशांत ने.

 

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फ्लो चार्ट बना कर तैयार की थी योजनाएं 

सुशांत की डायरी के पंद्रह पन्नों में सुशांत ने बाकायदा फ्लो चार्ट के माध्यम से अपनी आवश्यकताओं और अपने जन-प्रतिनिधित्व का खाका खींचा था. अपनी कम्पनी का स्ट्रक्चर तैयार करते हुए उन्होंने इन पन्नों में बताया था कि उनकी अपनी कंपनीकैसी होगी और उसमें किसकी क्या भूमिका होगी. ज़ाहिर सी बात है कि डायरी के यह पन्ने देख कर समझ आता है कि इतनी योजनाएं बनाने वाला व्यक्ति न डिप्रेशन का शिकार है न ही आत्महत्या कर सकता है. 

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