नई दिल्ली. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कमाल फारुकी ने कहा है कि हम किसी भी मुसलमान को मुहर्रम के लिए पेड़ काटने की इजाजत नहीं देंगे. दरअसल कमाल फारुकी का ये बयान लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा मुहर्रम पर दिए गए बयान के बाद आया है. फारुकी ने कहा, पेड़ काटना कानूनी अपराध है. हम किसी भी मुसलमान को इसकी इजाजत नहीं दे सकते कि मुहर्रम के लिए हरे-भरे पेड़ काट दे..
क्या बोले कमाल फारूकी
फारूकी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा-योगी झूठ बोलते हैं कि मुहर्रम पर पेड़ काटे जाते थे. पेड़ काटना पूरी तरह से गैरकानूनी है और नियम सबके लिए एक समान होना चाहिए. यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर फारूकी ने कहा- ये हमें स्वीकार्य नहीं है. मुस्लिमों के जो पर्सनल लॉ है, उसके अंदर हम किसी का इंटरफेयर नहीं चाहते, मैं कानून के तहत मिले हक का इस्तेमाल करूंगा.
सीएम योगी ने क्या कहा
दरअसल बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक में सीएम योगी ने कहा था-पहले की सरकारों में मुहर्रम के समय राज्य की सड़कें सूनी हो जाती थी, लेकिन आज मुहर्रम बीत जाता है और किसी को पता भी नहीं चलता. पहले ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, पीपल के पेड़ काटे जाते थे. लेकिन आज किसी गरीब की झोपड़ी नहीं हटेगी. आज के समय में कहा जाता है कि अगर त्योहार मनाना है, तो नियमों के अंदर मनाओ, नहीं तो अपने घर में बैठे रहो.
'बैकफुट पर आने की जरूरत नहीं'
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं को किसी भी स्थिति में 'बैकफुट' पर आने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने कहा-आप विपक्ष में थे तो जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए संघर्ष करते थे, अब जब सरकार में हैं तो उत्तर प्रदेश में सुरक्षित वातावरण देख रहे हैं. जब हम आत्मविश्वास में होते है कि हम तो जीत ही रहे हैं तो स्वाभाविक रूप से कहीं न कहीं हमें खामियाजा भुगतना ही पड़ता है. बता दें कि प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों में भाजपा को इस बार सिर्फ 33 सीट पर जीत मिली जबकि विपक्षी समाजवादी पार्टी ने 37 और उसकी सहयोगी कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत हासिल की.
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