नई दिल्लीः भारत और चीन के बीच सीमा विवाद लंबे समय से जारी है. सीमा पर चीन यथास्थिति का उल्लंघन करने की कोशिशों में लगा रहता है. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख ने बड़ी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ-साथ चीन सीमा पर भी एस-400 मिसाइल सिस्टम (S-400 Missile Defence System) तैनात किया जा रहा है.


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'चुनौतियों का सामना करने में होना चाहिए सक्षम'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के साथ रडार की तैनाती शुरू हो गई है. सभी रडार को आईएसीसीएस सिस्टम के साथ जोड़ लिया गया है. ताकि एलएसी के पार आसानी से वायु गतिविधि की निगरानी हो सके.


उन्होंने बताया कि हमें जरूरत के मुताबिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होना चाहिए. एस 400 मिसाइल सिस्टम को चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात किया जा रहा है. 


भारत और रूस के बीच हुआ है सौदा
बता दें कि भारत और रूस के बीच एस 400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीद को लेकर सौदा हुआ है. भारत को अब तक एस 400 सिस्टम की दो खेप मिल चुकी हैं. भारत को अक्टूबर 2023 तक कुल पांच खेप मिलनी हैं.


बेहद आधुनिक डिफेंस सिस्टम है एस 400
एस 400 मिसाइल सिस्टम एक एयर डिफेंस सिस्टम है. यह हवा के जरिए हो रहे किसी भी हमले को रोकने में सक्षम है. इसकी गिनती दुनिया के बेहद आधुनिक डिफेंस सिस्टम में होती हैं. यह दुश्मन देशों के ड्रोन, रॉकेट लॉन्चर, मिसाइल और फाइटर जेट्स के हमले भी रोक सकता है.


अमेरिका ने भी अपना रुख किया लचीला
रूस से एस 400 मिसाइल सिस्टम खरीदने पर पहले अमेरिका नाराजगी जता रहा था. यही नहीं अमेरिका ने भारत को प्रतिबंधों की धमकी भी दे दी थी. लेकिन, अब अमेरिका ने इस मुद्दे पर अपने रुख को लचीला किया और बीते गुरुवार काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट (सीएएटीएसए) प्रतिबंधों से खास छूट दिलाने वाले संशोधित विधेयक को पास कर दिया. यानी अब भारत रूस से बेरोकटोक एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीद सकता है.


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