Air Pollution: Delhi-NCR की खराब हवा के बीच सिलीगुड़ी का प्रदूषण क्यों चौंकाता है?

शुक्रवार को भी सिलीगुड़ी का AQI 310 है, हालांकि दिल्ली की हवा और अधिक खतरनाक स्तर 404 के AQI पर है. अभी हाल ही दिसंबर 2020 में सिलीगुड़ी देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रह चुका है. सवाल है क्यों?

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 29, 2021, 12:58 PM IST
  • पहाड़ों की गोद में बसे सिलीगुड़ी में घट रही हरियाली
  • लगातार बढ़ रहा प्रदूषण, सांस लेना मुश्किल
Air Pollution: Delhi-NCR की खराब हवा के बीच सिलीगुड़ी का प्रदूषण क्यों चौंकाता है?

नई दिल्लीः वायु प्रदूषण की बात आती है तो सबसे पहले निगाहें दिल्ली-NCR की AQI पर जा ठहरती हैं. ऐसा होना सही भी है. लोगों की बढ़ती भीड़ और NCR के क्षेत्र में अधिक से अधिक उद्योगों का होना  दिल्ली-NCR की हवा खराब करने का पहला कारक मान लिया जाता है. लॉकडाउन के ऑकड़ों को छोड़ दें तो राष्ट्रीय राजधानी और इसके आस-पास चारों तरफ के सभी क्षेत्र में लोग बहुत खराब वायु गुणवत्ता के बीच सांस लेने को मजबूर होते हैं. कभी जो ऐसा हुआ हो कि इन शहरों का AQI स्तर 300-350 से कम हो गया हो, ऐसा नहीं दिखता. दिखता है तो केवल लाल रंग, जो कहता है कि हवा बेहद खराब हो चुकी है.

सिलीगुड़ी का AQI 300 से ऊपर

भीड़ से भरी और भागती दिल्ली (Delhi) से सुकून की चाहत में लोग कुछ दिनों के लिए पहाड़ों के चक्कर लगा आते हैं. उत्तराखंड (Uttarakhand) के पहाड़ नजदीक होने से पहुंचने में आसान हैं हीं तो वहीं बहुत से लोगों का कारवां हिमालयन की पूर्वी श्रृंखला की ओर भी बढ़ता है, जहां दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी की वादियां लोगों की पसंद बनती रही हैं.

हरियाली और घाटियों की खूबसूरती के बीच पर्यटक इस उम्मीद से भी पहुंचते हैं कि उन्हें भी जिंदगी में कुछ साफ हवा लेने का अधिकार है, लेकिन पिछले तीन सालों से सिलीगुड़ी का AQI उनके इस अधिकार को खटाई में डालता दिख रहा है. आलम यह है कि दिल्ली से कोसों दूर पहाड़ों की गोद में बसा सिलीगुड़ी (Siliguri)  लगातार 300 से ऊपर की AQI रख रहा है. सवाल है आखिर क्यों?

इसे भी पढ़ें- Air Pollution: छोटे शहरों की पहचान बनता जा रहा है उनका प्रदूषण

2018 में बड़ी संख्या में हुई थी चीलों की मौत

अप्रैल (April) 2018 में मीडिया में आई एक खबर ने अचानक ही पर्यावरण प्रेमियों का ध्यान सिलिगुड़ी की ओर खींचा. वजह थी कि काफी संख्या में यहां चीलों की मौत हो गई थी. घने वन, पर्वतीय शीत क्षेत्र और सघन हरियाली होने के कारण सिलीगुड़ी चील और इंसानी पहुंच से दूर रहने वाले कई अन्य पक्षियों के रहने के लिए मुफीद जगह है. लेकिन विडंबना यही थी कि अपने मुफीद क्षेत्र में ही पक्षियों की मौत सामने आई.

यहां टिकियापाड़ा इलाके में बड़ी संख्या में चीलों के शव इधर-उधर बिखरे मिले थे. ठीक वैसे ही जैसे अभी कुछ दिन पहले कौवे और मोरों के मरने की खबर ने दहला दिया था. हालांकि इन चीलों का पोस्टमार्टम किया गया तो उसमें उनकी मौत की वजह प्रदूषण (Pollution) बताई गई. ये वाकया यह बताने के लिए काफी है कि 2 साल पहले से सिलीगुड़ी की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि पक्षियों की जान पर  बन आई थी. उस दौरान सिलीगुड़ी का AQI 342 था, जबकि हमेशा प्रदूषित रहने वाली दिल्ली अप्रैल 2018 में 258 AQI के स्तर पर थी.  

इसलिए बढ़ रहा है AQI

वर्तमान में शुक्रवार (Friday) को भी सिलीगुड़ी का AQI 310 है, हालांकि दिल्ली की हवा और अधिक खतरनाक स्तर 404 के AQI पर है. अभी हाल ही दिसंबर (December) 2020 में सिलीगुड़ी देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रह चुका है. इसके कारणों की पड़ताल करते हुए मीडिया रिपोर्ट बताती हैं कि सिलीगुड़ी की आबादी वार्षिक 48 फीसदी की दर से बढ़ रही है. इस लिहाज से वन और बागान क्षेत्र संकुचित होने लगे हैं.

नई आवासीय योजनाओं ने तराई से ऊपर उठकर पहाड़ी तक का सफर तय करना शुरू किया है, इसलिए दिल्ली-NCR के सघन क्षेत्रों की ही तरह सिलिगुड़ी में भी कंक्रीट के जंगल बढ़े हैं. हरियाली कम होने से वायु की गुणवत्ता पर असर पड़ा है.

यह है प्रदूषण की वजह

दूसरी वजह है कि बढ़ी जनसंख्या ने वाहनों की संख्या को भी बढ़ाया है. शहरीकरण के चलते और वाहनों की बढ़ती भीड़ का दबाव पर्यावरण (environment) पर बुरा असर डाल रहा है. दूसरा यह कि शहर के सामने नई औद्योगिक चुनौतियां भी हैं.  बड़े पैमाने पर हुए औद्योगिकरण और नगरीकरण के कारण अपशिष्ट का उत्पादन अधिक हो रहा है, लेकिन इनके निस्तारण का प्रबंधन नहीं है. द्रव-ठोस अपशिष्ट मिट्टी को भी प्रदूषित कर रहे हैं. पेड़ों की कटान से भी भूमि प्रदूषण बढ़ा है. लकड़ी की मांग के लिए भी पेड़ काटे गए हैं.

यही वजह है कि बीते तीन सालों में दिल्ली-NCR से काफी दूर बसा सिलीगुड़ी प्रदूषण के मामले में राजधानी और इसके आस-पास के क्षेत्रो के समानांतर खड़ा है.

इसे भी पढ़ें- weather update: दिल्ली-NCR कोहरे में घिरा, कई ट्रेनें हो रही हैं लेट

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़