दक्षिण भारत में सक्रिय हो चला है यमन का ये खतरनाक आतंकी संगठन, NIA को मिला सबूत

भारत में आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देने वाले संगठनों में कुछ ऐसे भी नाम हैं जिनकी चर्चा तो नहीं होती पर वे लगातार सक्रिय रहते हैं. खासकर दक्षिण भारत में जो कश्मीर के बाद एक बड़ा हब बनता जा रहा है आतंकी संगठनों से जुड़ाव के मामले में.   

Last Updated : Nov 1, 2019, 07:22 PM IST
    • क्या है अंसारूल्लाह का यमन कनेक्शन
    • इतने क्रूर हैं अंसारूल्लाह के समर्थक
    • तमिलनाडू के इन ठिकानों पर NIA की छापेमारी
दक्षिण भारत में सक्रिय हो चला है यमन का ये खतरनाक आतंकी संगठन, NIA को मिला सबूत

नई दिल्ली: गुरूवार को तमिलनाडू के कई ठिकानों पर NIA( राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने छापा मारा इस उम्मीद में कि इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से जुड़े कुछ सबूत मिलेंगे. छापा करने के बाद मालूम हुआ कि यमन के आतंकी संगठन अंसारूल्लाह से इनका कनेक्शन है. भारत में इनकी मौजूदगी किसी बड़ी योजना को अंजाम देने के लिहाज से हो सकती है. 

तमिलनाडू के इन ठिकानों पर NIA की छापेमारी

नआईए ने तमिलनाडू के कोयंबटूर जिले के दो ठिकानों पर छानबीन शुरू की. नागपटट्नम के नागौर और शिवगंगा जिले के इलायनकुंड में अंसारूल्लाह से संबंध रखने वाले संदिग्ध घरों में छापेमारी हुई. एनआईए को सूत्रों से इसकी जानकारी मिली थी कि कुछ बड़ा प्लान तैयार किया जा रहा है. हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने तमिलनाडू में छापा मारा हो. इससे पहले भी सितंबर और अगस्त के महीनों में तिरूनेलवेली और कोयंबटूर जिले में ही छापा मारा गया था. आतंकी गिरोह की सूचना के बाद छापेमारी में नागौर से एक शख्स मोहम्मद अजमल को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है. 

सर्च ऑपरेशन अब भी जारी

इस छानबीन में संदिग्धों के ठिकाने से 2 लैपटॉप, 8 मोबाइल फोन, 1 सिम कार्ड और 14 कागजात बरामद किए गए हैं. बता दें कि तमिलनाडू के 6 ठिकानों को आतंकी हरकतों से जुड़ा हुआ पाया गया और इसके बाद उसपर सर्च ऑपरेशन जारी है. ये ठिकाने वहीं हैं जहां 2018 में कोयंबटूर में ISIS  का हमला हुआ था. मालूम हो कि भारत में कश्मीर के बाद दक्षिणी क्षेत्रों में आतंकियों की उपस्थिति बढ़ती ही जा रही है. यहां न सिर्फ आईएसआईएस समूह के गिरोह और शातिर आतंकी पैर पसार रहे हैं बल्कि विश्व के अन्य उग्रवादी संगठन भी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में लगे हुए हैं. हालांकि, इसे प्रशासन और राज्य सरकारों को एक चुनौती के रूप में ही देखा जाना चाहिए. तमिलनाडू में अभी पिछले ही दिनों इनका भांडाफोड़ किया गया, जिसका नेटवर्क बहुत बड़ा होता जा रहा है. 

क्या है अंसारूल्लाह का यमन कनेक्शन ?

अब भारत में यमन का आतंकी संगठन  अंसारूल्लाह भी इस हिटलिस्ट में शामिल हो गया है. ये यमन के हूती विद्रोहियों का उग्र संगठन है जिसका शुरूआती एजेंडा तो सउदी अरब और अमेरिका में आतंकी हमले कर अशांति फैलाने का था लेकिन अब इस संगठन ने भारत में भी कोहराम मचाने की कोशिश करनी शुरू कर दी है. अंसारूल्लाह ने दक्षिणी भारत में कई छिटपुट हमले कर अपनी हिंसात्मक हरकतें दिखा भी दी है. ये ज्यादातर स्लीपर सेल की सूरत में रहते हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लामिक कट्टरपंथी और हिंसात्मक विचारों वाली सामाग्रियों का वीडियो दिखाकर गलत जिहादी मानसिकता को बढ़ावा देते हैं. एनआईए के अब तक के रिकॉर्ड्स के मुताबिक कॉलेज के छात्र ज्यादातर इसके चपेट में आते जा रहे हैं. पिछले दिनों कुछ वीडियोज भी वायरल हुए जिसमें इन संगठनों ने कोहराम और तबाही मचाने का संदेश देते हुए इन संगठनों से जुड़ने की हिदायत दी. 

इतने क्रूर हैं अंसारूल्लाह के समर्थक
कहा तो यह भी जा रहा है कि अंसारूल्लाह का आतंकी तार आईएसआई और अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों से भी जुड़ा हुआ है. इतना ही नहीं उनका मुख्य एजेंडा भारत में शरियत कानून को लागू करवाने का है. अंसारूल्लाह का अर्थ है 'अल्लाह का समर्थक', लेकिन इनकी हरकतें कुछ और ही कहती हैं. अस्त्र-शस्त्रों के अलावा ये यूरोपीयन तरीकों का इस्तेमाल खूब करते हैं. ये चाकू से वार कर, वाहन से कुचलकर और जहर दे कर मारने जैसी तरीकों से भी हिंसा फैला रहे हैं. 

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