नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 'भारत रत्न' अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जीवन पर्यन्त राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे. उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी वाजपेयी और मालवीय को याद किया.
अमृतकाल में प्रेरणास्रोत बना उनका सेवा भाव
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन. वह जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे. मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा.'
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi pays floral tribute to former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee at 'Sadaiv Atal' memorial, on his birth anniversary. pic.twitter.com/BqpmVC6tie
— ANI (@ANI) December 25, 2023
वहीं पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में सदैव अटल मेमोरियल में अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
#WATCH | Delhi: Former President Ram Nath Kovind, BJP national president JP Nadda, Defence Minister Rajnath Singh, Lok Sabha Speaker Om Birla, Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh and other leaders pay floral tribute to former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee at 'Sadaiv Atal'… pic.twitter.com/CCFOopsJLO
— ANI (@ANI) December 25, 2023
राष्ट्रवादी राजनीति को दी नई दिशाः शाह
वहीं अमित शाह ने एक्स पर लिखा, 'पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उनका स्मरण कर उन्हें नमन करता हूं. अटल जी ने निःस्वार्थ भाव से देश व समाज की सेवा की और भाजपा की स्थापना के माध्यम से देश में राष्ट्रवादी राजनीति को नई दिशा दी.' उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने जहां एक ओर परमाणु परीक्षण और करगिल युद्ध में विश्व को उभरते भारत की शक्ति का एहसास करवाया, तो वहीं दूसरी ओर देश में सुशासन की परिकल्पना को चरितार्थ किया.
तीन बार देश के पीएम बने अटल बिहारी
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 1924 में आज ही के दिन जन्म हुआ था. वह बीजेपी के संस्थापकों में एक थे. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिनों का था. इसके बाद वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बने और 13 महीने तक इस पद को संभाला. वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने. वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता बने जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया. उनका 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया था.
पंडित मदन मोहन मालवीय को दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका अतुलनीय व्यक्तित्व और कृतित्व देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा. मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'भारत और भारतीयता को समर्पित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन. उनका अतुलनीय व्यक्तित्व और कृतित्व देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा.'
शाह ने मालवीय को याद करते ‘एक्स’ पर लिखा, 'मालवीय जी मानते थे कि युवाओं में राष्ट्रीयता के संस्कारों को सींचकर ही एक सबल राष्ट्र का निर्माण संभव है. देश की स्वतंत्रता और सशक्त शिक्षा व्यवस्था में उनके योगदान के कारण उन्हें 'महामना' की उपाधि दी गई. भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें कोटिशः वंदन.'
बीएचयू की स्थापना में निभाई थी अग्रणी भूमिका
पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को प्रयागराज में हुआ था. वर्ष 1909 में उन्होंने कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता की थी. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना में भी उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई. उन्हें वर्ष 2014 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया था. उनका 12 नवंबर 1946 को निधन हो गया था.
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