लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाहुबली और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उनके परिवार की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की बहू को गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद ही उनके पति अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल से कासगंज गेज में शिफ्ट कर दिया गया है.
बता दें कि मुख्तार अंसारी पिछले कई सालों से बंदा जेल में बाद हैं, जबकि उनकी बहू निकहत को हाल ही में पुलिस ने गिरफ्तार कर चित्रकूट जेल में रखा है. निकहत अपने पति से मिलने के लिए चित्रकूट जेल गई थी. पुलिस के अनुसार, निकहत मुलाकात की औपचारिकताएं पूरी किए बिना ही जेल के अंदर पहुंची थीं.
दरअसल, 11 फरवरी को प्रशासन की एक टीम ने चित्रकूट जेल में औचक निरीक्षण किया था. उस दौरान अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो को जेल अधीक्षक कार्यालय के बगल के एक कमरे से पुलिस ने पकड़ा था. तब पुलिस ने उसके पास से दो सेलफोन बरामद किए थे. पुलिस में उनपर फोन से डेटा डिलीट करने की कोशिश का भी आरोप लगाया है.
जेल से सिंडिकेट चलाने का आरोप
पुलिस ने आरोप लगाया कि पत्नी के फोन का इस्तेमाल कर अब्बास जेल से सिंडिकेट चला रहे थे. इस मामले में पुलिस ने मऊ विधायक निकहत बानो, उनके ड्राइवर नियाज, जेल अधीक्षक अशोक सागर, डिप्टी जेलर सुशील कुमार, जेल वार्डर जगमोहन और अज्ञात जेल कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है .
4 पुलिस अफसरों को किया जाएगा सम्मानित
दूसरी तरफ, उत्तर प्रदेश पुलिस ने चित्रकूट जेल के अंदर अवैध रूप से मौजूद अब्बास अंसारी की पत्नी को पकड़ने वाले चारों पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का फैसला किया है. इसमें चित्रकूट की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला, चित्रकूट के अंचल अधिकारी (सीओ) हर्ष पांडेय, सब-इंस्पेक्टर (एसआई) श्याम देव सिंह और सीओ इंटेलिजेंस चित्रकूट अनुज मिश्रा का नाम शामिल है.
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