नई दिल्लीः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. मुजफ्फरपुर के सकरा के मछही गांव के राजेश महतो के 10 वर्षीय बेटे आदर्श की मौत इमली खाने से हो गई है. आदर्श तीसरी कक्षा का छात्र था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो शनिवार के दिन जब आदर्श इमली खा रहा था, तो वह इमली के साथ उसका बीज भी निगल गया. इसके बाद उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी और अचानक उसकी आवाज भी बंद हो गई.
स्थानीय स्तर पर कराया इलाज
परिजनों ने स्थानीय स्तर पर आदर्श का इलाज भी कराया. इस दौरान उसे कुछ राहत तो जरूर मिली, लेकिन अचानक से उसकी हालत बिगड़ गई. परिजन जब उसे इलाज के लिए मुजफ्फरपुर लेकर आए, तो यहां के डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने के बाद बताया कि इमली का बीच आदर्श के फेफड़े से जाकर चिपक गया है. इसका इलाज उन लोगों के पास संभव नहीं था और डॉक्टर ने बच्चे को पटना रेफर कर दिया.
रास्ते में ही हो गई बच्चे की मौत
डॉक्टर की सलाह के बाद परिजन आदर्श को लेकर पटना तो निकल गए, लेकिन उनके पटना पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजन रास्ते से ही शव लेकर घर लौट आए. रिपोर्ट्स की मानें, तो मृत छात्र के पिता राजेश महतो बाहर रहकर मजदूरी करते हैं. इस घटना के बाद पूरे परिवार में शोक की लहर छाई हुई है.
पूरे इलाके में बना चर्चा का विषय
इमली के बीज से हुई बालक की मौत की खबर पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. एक छोटी सी गलती ने एक हंसते-खेलते बच्चे की जान ले ली. सभी इस घटना से हैरान हैं कि आखिर बीच खाने से बच्चे की मौत भी हो सकती है.
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